बिजनौर जेल में अफसर मस्त, व्यवस्था ध्वस्त, बंदी त्रस्त

-मनमाने दामों पर कैंटीन में खानपान की वस्तुएं बेचकर कर रहे कमाई -जेल प्रशासन के अधिकारियों ने मचा रखी लूट -मुख्यालय में लगे वीडियो वॉल पर अफसरों को नहीं दिख रहा यह सच

बिजनौर जेल में अफसर मस्त, व्यवस्था ध्वस्त, बंदी त्रस्त
बिजनौर जेल

लखनऊ। यह फोटो जो आप देख रहे हैं यह फोटो प्रदेश के बिजनौर जिला जेल की है। फोटो में यह साफ तौर पर दिखाई पड़ रहा है कि जेल के अंदर संचालित कैंटीन में कोल्ड ड्रिंक समेत अन्य निर्मित खानपान के वस्तुओ की बिक्री धड़ल्ले से चल रही। कैंटीन के लिए यह सामान ऑटो, ई रिक्शा और ट्राली के माध्यम से ढोया जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि यह सच मुख्यालय में बैठे विभाग के आला अफसरों को नहीं दिखाई पड़ रहा है। प्रदेश की जेलों की प्रत्येक गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए मुख्यालय में वीडियो वॉल बनाई गई है। करोड़ों रुपए की लागत से बनी यह वीडियो वॉल शो पीस बनकर रह गई है।

प्रदेश के बिजनौर जनपद की जिला जेल में इनदिनों अफसरों ने लूट मचा रखी है। सूत्रों के मुताबिक बंदियों के राशन में बेतहाशा कटौती कर कटौती के राशन से कैंटीन में छोला चावल, सब्जी पूड़ी, समोसा, ब्रेड पकौड़ा, खीर, रसगुल्ला समेत अन्य खानपान की वस्तुएं तैयार करवाकर बेची जा रही है। मनमाने दामों पर इन वस्तुओं को बेचकर अधिकारी अपनी जेब भरने में जुटे हुए है।

कोल्ड ड्रिंक अलाऊ कहकर अन्य पर अधीक्षक ने साधी चुप्पी

जेल में कोल्ड ड्रिंक समेत अन्य खाद्य पदाथों की हो रही ढुलाई के संबंध में जब बिजनौर जिला जेल अधीक्षक आदिति श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जेल मैनुअल में कोल्ड ड्रिंक अलाऊ है। इसके बाद जब जेल में अनाप शनाप तरीके से हो रही राशन कटौती, मुलाहिजा, बैठकी, मशक्कत, हाता और मुलाकात में हो रही अवैध वसूली के सवाल उन्होंने कोई जवाब देने के बजाए चुप्पी साध ली।

गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जेल में बंदियों में कोल्ड ड्रिंक, मिल बादाम सरीखे पेय पदार्थो की डिमांड बढ़ गई है। इन पेय पदार्थों के लिए बंदियों से मनमाना पैसा वसूल किया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि बाजार में कोल्ड ड्रिंक की जो बोतल 40 रुपए में मिलती है उसको यहां दो गुने दामों पर बेचा जा रहा है। इसी प्रकार प्रत्येक बोतल को निर्धारित दाम से अधिक दाम पर बेचकर मोटी कमाई की जा रही है। मांग अधिक होने की वजह से कोल्ड ड्रिंक समेत अन्य वस्तुओं की दिनभर ढुलाई होती रहती है। यह सच मुख्यालय पर लगे वीडियो वॉल के प्रभारी अधिकारी को दिखाई नहीं पड़ रहा है।