शहीद के अपमान पर खपराना गांव की बागपत पंचायत ने विधानसभा चुनाव का किया बहिष्कार : देखें ; गांव वालों का ये है आरोप

गांव वालों ने नेताओं ओर सरकार पर आरोप लगाए की उनके गांव का लाल देश के लिए शहीद हो गया. लेकिन सरकार का कोई भी नुमाइंदा या कोई नेता, प्रत्याशी उनके दरवाजे तक नहीं आया. वह अपने गांव के लाल का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेंगे. खपराना गांव वालों ने गांव में पंचायत कर जिले के आलाधिकारियों नेताओं और सरकार पर शहीद के अपमान का आरोप लगाते हुए 2022 के विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.

शहीद के अपमान पर खपराना गांव की बागपत पंचायत ने विधानसभा चुनाव का किया बहिष्कार : देखें ; गांव वालों का ये है आरोप
शहीद के अपमान पर खपराना गांव की बागपत पंचायत ने विधानसभा चुनाव का किया बहिष्कार

विकास कार्य न होने से नाराज बागपत जिले के ग्रामीण मतदाताओं ने इस बार चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है।

गांव वालों का ये है आरोप : इसके बाद गांव वालों ने नेताओं ओर सरकार पर आरोप लगाए की उनके गांव का लाल देश के लिए शहीद हो गया. लेकिन सरकार का कोई भी नुमाइंदा या कोई नेता, प्रत्याशी उनके दरवाजे तक नहीं आया. वह अपने गांव के लाल का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करेंगे. खपराना गांव वालों ने गांव में पंचायत कर जिले के आलाधिकारियों नेताओं और सरकार पर शहीद के अपमान का आरोप लगाते हुए 2022 के विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. ग्रामीणों का कहना है कि नेता चुनाव के दौरान वोट लेने आ जाते हैं, लेकिन उसके बाद किसी के भी सुख-दुख में नहीं आते.

लद्दाख के द्रास सेक्टर में ड्यूटी के दौरान बर्फ में दबने से शहीद हुए अनुज पुंडीर के गांव वालों ने गांव में पंचायत कर जिले के आलाधिकारियों, नेताओं ओर सरकार पर शहीद के अपमान का आरोप लगाते हुए 2022 के विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है. शहीद अनुज पुंडीर बागपत जनपद के खपराना गांव का रहने वाला थे और वह लद्दाख के द्रास सेक्टर में ड्यूटी पर तैनात थे. जहां वह बर्फ में दबने से शहीद हो गए. आपको बता दें कि बागपत जनपद के बिनौली क्षेत्र के खपराना गांव (निवासी 26 वर्षीय अनुज कुमार पुंडीर पुत्र अशोक वर्ष 2015 में सेना में भर्ती हुए थे.

अनुज पुंडीर लद्दाख के द्रास सेक्टर सेना की 11 ग्रेनेडियर्स यूनिट में सिपाही के पद पर तैनात थे l ड्यूटी करते समय बर्फ की ढांग गिरने से कई सैनिक दब गए थे l जिसमे अनुज को गंभीर हालत में चंडीगढ़ के आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था l जहां कई दिनों से इलाज चल रहा था l बीते शनिवार देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई l इसके बाद अनुज पुंडीर का पार्थिव शरीर गांव में लाया गया और सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.

श्मशान घाट तक नहीं बने : शहीद सैनिक की पत्नी प्रियंका ने कहा कि हमने तो हमारा वीर एक शेर खो दिया भारत देश के लिए, यहां श्मशान घाट तक नहीं बने हैं, इस गांव का विकास कीजिएगा. वीर जो शहिद हुआ है उसके सम्मान में सड़क और स्कूल बनाइएगा. वहीं ग्रामीण ठाकुर रणवीर सिंह का कहना है कि हम सभी ग्रामीणों ने मिलकर पंचायत की है और फैसला लिया कि 2022 के विधानसभा चुनाव का हम लोग बहिष्कार करेंगे यहां कोई हमसे वोट मांगने न आवे.