लखनऊ में कस्टम अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध : एयरपोर्ट पर सोना तस्करों के मददगार अफसर DRI के रडार पर, हवलदार की गिरफ्तारी के बाद पांच अधिकारी निलंबित
सूत्रों के मुताबिक 7 सितंबर को गिरफ्तार हवलदार ने DRI की पूछताछ में कई अधिकारियों के नाम बताए हैं। उसने बताया कि विदेशों से आने वाला तस्करी का सोना इन्हीं अफसरों की सह पर एयरपोर्ट से बाहर निकलता है। इनमें कुछ बड़े अफसर विदेश में बैठे तस्करों के नेटवर्क से जुड़े हैं। वहां से सोना निकलने से पहले ही इन अफसरों को फ्लाइट और सोना लेकर आ रहे पैसेंजर की डिटेल मिल जाती है।
लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से तस्करी का सोना बाहर करवाने वाले तस्करों के मददगार कई अफसर DRI के रडार पर हैं। तस्करी का 9 किलो सोना बरामद होने के बाद गिरफ्तार किए गए हवलदार ने इस सिंडिकेट में शामिल कई कस्टम अधिकारियों के नाम उगले हैं। उधर डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (DRI) का बेहद कड़े शब्दों में पत्र मिलते ही कस्टम कमिश्नर वेद प्रकाश शुक्ला ने एयरपोर्ट पर तैनात रहे पांच अफसरों को निलंबित कर दिया है।
कस्टम विभाग के सूत्रों के मुताबिक 7 सितंबर को गिरफ्तार हवलदार ने DRI की पूछताछ में कई अधिकारियों के नाम बताए हैं। उसने बताया कि विदेशों से आने वाला तस्करी का सोना इन्हीं अफसरों की सह पर एयरपोर्ट से बाहर निकलता है। इनमें कुछ बड़े अफसर विदेश में बैठे तस्करों के नेटवर्क से जुड़े हैं। वहां से सोना निकलने से पहले ही इन अफसरों को फ्लाइट और सोना लेकर आ रहे पैसेंजर की डिटेल मिल जाती है।
15 अगस्त को ही DRI ने ट्रेस कर लिया था तस्करों का मैसेज : DRI की लखनऊ यूनिट ने कस्टम हवलदार सहित 9 तस्करों को गिरफ्तार कर जो 9 किलो सोना बरामद किया उसकी डील का मैसेज 15 अगस्त को ही ट्रेस कर लिया गया था। लेकिन इतनी सख्ती के बाद भी एयरपोर्ट से सोना बाहर निकलने की वजह पता करने और एयरपोर्ट के सुरक्षाकर्मियों की भूमिका चेक करने के लिए ही DRI ने सोने को एयरपोर्ट परिसर से जानबूझकर बाहर निकलने दिया। हालांकि अब कस्टम विभाग के उच्चाधिकारी पूरा ठीकरा हवलदार के सिर फोड़कर बड़े अफसरों को बचाने की जुगत में हैं। यही वजह है कि जिस डिप्टी डायरेक्टर निहारिका लाखा के शिफ्ट में यह सोना बाहर निकला था उन्हें हवलदार की गिरफ्तारी होते ही एयरपोर्ट से हटा दिया गया।
DRI की रिपोर्ट पर इन अफसरों को किया गया निलंबित : डीआरआई की रिपोर्ट पर कस्टम कमिश्नर वेद प्रकाश शुक्ला ने एयरपोर्ट की पूरी टीम को निलंबित कर दिया है। निलंबित होने वालों में एसीएस विमल कुमार श्रीवास्तव, एसीओ नीलम सिन्हा, नीरज कुमार, नीरज वर्मा और शैलेश कुमार सिंह शामिल है। जबकि डिप्टी कमिश्नर निहारिका लाखा को सोना बरामद होते ही एयरपोर्ट ड्यूटी से हटा दिया गया था।
तीन साल से तैनात निहारिका के शिफ्ट में नही पकड़ा जाता था सोना : विभागीय सूत्रों के मुताबिक डिप्टी डायरेक्टर कस्टम निहारिका लाखा की एयरपोर्ट पर तीन साल से तैनाती थी। इतने समय तक उन्हें अकेले तैनात रखने पर सवाल उठे तो इनके साथ डिप्टी डायरेक्टर अर्निका यादव को भी पोस्ट किया गया। लेकिन सारी जिम्मेदारी निहारिका के ही हाथ मे थी। सूत्रों का कहना है कि तीन साल में निहारिका के शिफ्ट में बहुत कम सोना पकड़ा गया था।