गणतंत्र दिवस पर जेल अधिकारियों को मिलेगा सम्मान : दो डीआईजी, चार वरिष्ठ अधीक्षक व चार अधीक्षक को मिलेगा गोल्ड मैडल
मुख्यालय से चयनित अधिकारियों व कर्मियों को मुख्यालय परिसर में आयोजित समारोह में प्रशंसा चिन्ह दिए जाएंगे। इसके अलावा प्रदेश की विभिन्न जेलो से चयनित अधिकारियो व कर्मियों को जेलों पर आयोजित होने वाले समारोहों में यह सम्मान उच्चाधिकारियों द्वारा प्रदान किया जाएगा। दो डीआईजी, चार वरिष्ठ अधीक्षक व चार अधीक्षक को गोल्ड मैडल, चार अधीक्षक, छह जेलर व आठ डिप्टी जेलर को सिल्वर मेडल, 114 अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलेगा सम्मान
लखनऊ। कल बुधवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर जेल विभाग के 114 जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रशंसा चिन्ह देकर सम्मानित किया जाएगा। इसमें 40 को गोल्ड मैडल व 54 को सिल्वर मेडल देकर सम्मानित किया जाएगा।
मुख्य बातें
- दो डीआईजी, चार वरिष्ठ अधीक्षक व चार अधीक्षक को गोल्ड मैडल
- चार अधीक्षक, छह जेलर व आठ डिप्टी जेलर को सिल्वर मेडल
- 114 अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलेगा सम्मान
प्रदेश के डीजी जेल आनंद कुमार ने बताया मुख्यालय से चयनित अधिकारियों व कर्मियों को मुख्यालय परिसर में आयोजित समारोह में प्रशंसा चिन्ह दिए जाएंगे। इसके अलावा प्रदेश की विभिन्न जेलो से चयनित अधिकारियो व कर्मियों को जेलों पर आयोजित होने वाले समारोहों में यह सम्मान उच्चाधिकारियों द्वारा प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रशंसा चिन्ह (गोल्ड डिस) के लिए 40, सिल्वर डिस के लिए 55 और 19 चिकित्साकर्मियों व अन्य कर्मियों को भी सम्मान देने का निर्णय लिया गया।उन्होंने बताया कि सम्मानित होने वाले कर्मियों का चयन चयन समिति ने किया है।
डीजी जेल की ओर से जारी सूची में सेवानिवृत्त प्रभारी एआईजी वीपी त्रिपाठी, डीआईजी अनिल कुमार सिंह, वरिष्ठ अधीक्षक वीरेश राज शर्मा, आरके मिश्र, अमिता दुबे, एके राय, आलोक सिंह, मिजाजी लाल, विधुदत्त पांडेय व लाल रत्नाकर सिंह के अलावा 40 अधिकारियों व कर्मचारियों को उत्कृष्ट सेवा के लिए गोल्ड मैडल दिया जाएगा। इसके अलावा अधीक्षक शशिकांत सिंह, बृजेश कुमार, प्रशांत मौर्या एवम अरुण प्रताप सिंह, जेलर आरके सिंह, बृजेन्द्र सिंह, महाप्रकाश सिंह समेत 55 अधिकारियों व कर्मचारियों को सिल्वर मेडल प्रदान किया गया है। इसके अलावा 19 चिकित्सक, फार्मासिस्ट एवम जेल मुख्यालय में तैनात लिपिकों, प्रशासनिक अधिकारियों व सुरक्षाकर्मियों समेत कुल 114 को भी प्रशंसा चिन्ह दिए जाने की घोषणा हुई है। बताया गया है कि इन अधिकारियों ने कोरोना कॉल के दौरान जेलों की सुरक्षा व्यवस्थाओ को चाक चौबंद रखा।
मनोबल बढ़ाने के लिए शुरू की परंपरा लखनऊ। डीजी पुलिस/जेल आनंद कुमार कहते है कि जेल अधिकारियों व कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के लिए विभाग में यह नई परम्परा शुरू की गई है। दो साल पहले तक इस विभाग में चुनिंदा अधिकारियों व कर्मियों को राष्ट्रपति के शौर्य व सराहनीय पदक से सम्मानित किया जाता रहा था। मैंने करीब दो साल पहले विभाग में कार्यभार संभालने के बाद यह सम्मान दिए जाने का निर्णय लिया। सम्मान मिलने से कर्मियों का उत्साहवर्धन होता है। दो साल के दौरान बड़ी संख्या में यह सम्मान कर्मियों को दिया भी जा चुका है। इसको पाने के बाद कर्मी उत्साहित भी नज़र आते है। |
राकेश यादव
स्वतंत्र पत्रकार
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