दिल्ली के रोहिणी इलाके में मां-बेटे की मौत का खुला सुसाइड नोट से राज : लिखा-मेरी मौत से मां को न हो कष्ट इसलिए उसे पहले मारा, फिर की खुदकुशी
मां की हत्या करने के बाद वह शव के पास बैठकर भगवत गीता का 18वां अध्याय का पाठ किया। फिर भगवत गीता को मां के शव पर रख दिया। उसके बाद वह खुदकुशी करने से पहले नोट को पूरा करने में जुट गया। उसने लिखा है कि यह सब उसने गूगल, टीवी सीरियल देखकर इसकी साजिश रची।
अपनी मौत के बाद मां को कष्ट न हो इसलिए युवक ने पहले उनकी हत्या कर दी और फिर चार दिन बाद उसने अपने गले को इलेक्ट्रिक कटर से रेत कर खुदकुशी कर ली। उसके पास से मिले 77 पन्ने के सुसाइड नोट में उसने सारी बातों का जिक्र किया है। सुसाइड नोट में आध्यात्मिक, प्यार और बीमारी की बात लिखी हैं। उसने लिखा है कि वह दो साल से मरना चाह रहा था, लेकिन मरने से पहले अपनी मां को उस दुख से आजाद करना चाहता था। सुसाइड नोट में उसने लिखा है कि गुरुवार को उसने बाइक को लॉक करने वाले चेन से मां का गला घोंटा और फिर उसके गोद में सिर रखकर काफी देर तक रोता रहा। फिर उसने अपनी मां का इलेक्ट्रिक कटर से गला रेत दिया। उसके बाद उसने गंगाजल से मां के शव को धोया।
उसने लिखा है कि मां की हत्या करने के बाद वह शव के पास बैठकर भगवत गीता का 18वां अध्याय का पाठ किया। फिर भगवत गीता को मां के शव पर रख दिया। उसके बाद वह खुदकुशी करने से पहले नोट को पूरा करने में जुट गया। उसने लिखा है कि यह सब उसने गूगल, टीवी सीरियल देखकर इसकी साजिश रची। सुसाइड नोट में वह एक तरफ तो मां से प्यार करने की बात लिखता है, वहीं दूसरी तरफ खुद को एक नाकाम शख्स बताया है। वह अपनी बीमारी का भी जिक्र किया है।
नोट देखकर पुलिस ने यह आशंका जताई है कि वारदात को अंजाम देने वाला शख्स मानसिक रूप से तनाव में था। इस कारण उसने यह कदम उठाया होगा। गौरतलब है कि रविवार रात रोहिणी के पॉकेट 18 सेक्टर 24 में एक तीन मंजिला इमारत में मां मिथलेश की हत्या करने के बाद बेटे सोनू के खुदकुशी कर ली थी। मां बेटे पहली मंजिल पर रहते थे। उपर की दो मंजिल खाली थे। भूतल पर एक दुकान है, जो कोरोना महामारी के बाद खाली हो गया था। महिला के पति का छह सात साल पहले देहांत हो गया था।
सोनू ने मां की सहेली को फोन कर कहा- मम्मी को मार डाला : रोहिणी सेक्टर 24 आरडब्ल्यूए की अध्यक्ष कोमल सेठ ने बताया कि रविवार को सोनू ने पॉकेट 21 में रहने वाली अपनी मां की सहेली को फोन किया। उसने उन्हें बताया कि गुरुवार को अपनी मां की हत्या कर दी है और अब वह खुदकुशी करने जा रहा है। मां की सहेली यह बात सुनकर सन्न रह गईं। उसने तुरंत कोमल सेठ को फोन कर इस बात की जानकारी दी। कोमल सेठ अन्य महिलाओं के साथ सोनू के घर पहुंचीं। घर के आसपास बदबू आ रही थी। उन लोगों ने घटना की जानकारी बुध विहार थाना पुलिस को दी।
दरवाजे पर चिपका था कागज- बाथरूम में है मां का शव : घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची। इमारत का मुख्य दरवाजा बंद था। अंदर से दरवाजा नहीं खुलने पर पुलिस सीढ़ी के रास्ते पहली मंजिल पर पहुंची। बालकनी के रास्ते दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल हुआ गया। दरवाजे पर कागज चिपका था। जिस पर लिखा था कि मां का शव बाथरूम में है। सोनू ने खुदकुशी के लिए पानी से भरी बाल्टी से दोनों पैरों को बांध रखा था। उसने इलेक्ट्रिक कटर से गला रेतकर खुदकुशी की थी।
बाथरूम में 50 वर्षीय मिथिलेश का शव मिला। शव सड़ी गली हालत में था। उसके गर्दन को कटर से रेता गया था। जहां सोनू का शव था वहां से पुलिस को दो मोबाइल और बिजली के स्विच से जुड़ा इलेक्ट्रिक कटर पड़ा मिला। पास ही एक रजिस्टर मिला, जिसमें उसने 77 पन्ने का सुसाइड नोट लिखा था। उसने गुरुवार को मां की हत्या करने के बाद चार दिन उनके शव के साथ कैसे गुजारे यह भी सुसाइड नोट में लिखा है। आखिर में दोनों अंगूठे के निशान भी लगाए हैं।