सिम क्लोनिंग कर ठगी : लखनऊ के परिवार से एक व्यक्ति और उसके दो बेटों से 16 लाख रुपये ठगे

जालसाजों ने एक गुम सिम की ई-एफआईआर दर्ज करके और फर्जी आधार कार्ड जमा करके उसके मोबाइल नंबर का नया सिम कार्ड निकलवा लिया। इसके बाद उन्होंने पीड़ित के बैंक खातों से राशि निकाल ली। पीड़िता ने साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कराया है।

सिम क्लोनिंग कर ठगी : लखनऊ के परिवार से एक व्यक्ति और उसके दो बेटों से 16 लाख रुपये ठगे
लखनऊ के परिवार से सिम की क्लोनिंग कर 16 लाख की ठगी

लखनऊ। लखनऊ के एक व्यक्ति और उसके दो बेटों से 16 लाख रुपये ठगे गए। बदमाशों ने क्लोन सिम की मदद से ठगी की। जालसाजों ने एक गुम सिम की ई-एफआईआर दर्ज करके और फर्जी आधार कार्ड जमा करके उसके मोबाइल नंबर का नया सिम कार्ड निकलवा लिया। इसके बाद उन्होंने पीड़ित के बैंक खातों से राशि निकाल ली। पीड़िता ने साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कराया है। अलीगंज के चांद गार्डन के दिव्यांश सिंह ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्होंने 3 जून को अपने बैंक खाते की शेष राशि की जांच की और पाया कि किसी ने पैसे निकाले हैं।

उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि मैंने बाद में पाया कि बदमाशों ने मेरे पिता और भाई के बैंक खाते से पैसे भी निकाल लिए थे। उन्होंने तीनों बैंक खातों से कुल 16.04 लाख रुपये निकाले। पीड़ित ने बैंक से संपर्क किया और बताया गया कि बदमाशों ने 31 मई को नेट बैंकिंग के जरिए पैसा निकाल लिया जिसमें उसका बीएसएनएल मोबाइल नंबर इस्तेमाल किया गया था।

उन्होंने कहा, मैंने दूरसंचार महानगर कार्यालय से इसके बारे में और पूछताछ की और बताया गया कि किसी ने ई-एफआईआर का उपयोग करके मेरे मोबाइल नंबर के लिए एक नए सिम कार्ड के लिए आवेदन किया है। एसपी साइबर सेल त्रिवेणी सिंह ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि सिम कार्ड हासिल करने के बाद आरोपी ने पीड़ितों का आधार कार्ड और डेबिट कार्ड भी अपने कब्जे में ले लिया। वहीं पुलिस ने धोखाधड़ी में बैंक कर्मचारियों और दूरसंचार ऑपरेटरों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया