बीजेपी नेता योगेश वार्ष्णेय को गिरफ्तार करने अलीगढ़ पहुंची बंगाल पुलिस के साथ मारपीट, CM ममता बनर्जी पर रखा था 11 लाख का इनाम

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के सिर पर 11 लाख का इनाम रखने वाले बीजेपी नेता को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस के साथ मारपीट हुई l जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल पुलिस की एक टीम शुक्रवार को बीजेपी नेता योगेश वार्ष्णेय के घर पहुंची थी.

बीजेपी नेता योगेश वार्ष्णेय को गिरफ्तार करने अलीगढ़ पहुंची बंगाल पुलिस के साथ मारपीट, CM ममता बनर्जी पर रखा था 11 लाख का इनाम
बीजेपी कार्यकर्ताओं पर धक्कामुक्की- मारपीट का आरोप

अलीगढ़ के गांधीनगर में बीजेपी नेता योगेश वार्ष्णेय के आवास पर स्थानीय लोगों और पश्चिम बंगाल पुलिस की टीम के बीच हाथापाई हुई. योगेश पर आरोप है की उन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के सिर पर 11लाख रुपए का इनाम रखा था l स्थानीय पुलिस ने बताया है कि हम टीम को सुरक्षित स्थान पर ले आए हैं.

योगेश वार्ष्णेय की गिरफ्तारी और कुर्की का नोटिस चस्पा करने के लिए कोलकाता पुलिस शुक्रवार को फिर अलीगढ़ पहुंची l सादे कपड़ों में घर में घुसे दो पुलिसकर्मियों पर महिलाओं से अभद्रता करने और मारपीट का भी आरोप है.

बीजेपी कार्यकर्ताओं पर धक्कामुक्की-मारपीट का आरोप : इसकी जानकारी जैसे ही युवा भाजपा कार्यकर्ताओं को लगी l वो योगेश के घर पहुंचे l इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस टीम के बीच धक्कामुक्की और मारपीट हुई l मौके पर जमकर हंगामा हुआ l इसके बाद सांसद और विधायकों ने किसी तरह लोगों को शांत कराया और आश्वासन दिया कि किसी भी कीमत पर योगेश को पश्चिम बंगाल पुलिस को नहीं ले जाने दिया जाएगा.

एक घंटे तक ये हंगामा चलता रहा l इसके बाद स्थानीय पुलिस ने किसी तरह पश्चिम बंगाल के दोनों पुलिसकर्मियों को बचाकर मौके से ले गई l जानकारी के अनुसार मामला अगस्त 2017 का है l पश्चिम बंगाम के वीरभूमि जिले में हनुमान जयंती के दिन जुलूस निकालते हुए हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज हुआ था.

ये है मामला : इससे आहत युवा बीजेपी नेता योगेश ने लाठीचार्ज के लिए सीएम ममता बनर्जी को जिम्मेदार बताया और उनका सिर लेकर आने वाले को 11 लाख रुपए इनाम भी देने की घोषणा कर दी थी l इसके बाद ये मामले संसद तक गया. मामले में वीरभूमि के टीएमसी नेता ने केस दर्ज कराया था. उस समय भी पश्चिम बंगाल पुलिस योगेश को गिरफ्तार करने आई थी l लेकिन उस समय भी बीजेपी नेताओं ने उनकी गिरफ्तारी नहीं होने दी थी.

जानकारी के अनुसार स्थानीय पुलिस योगेश के घर के बाहर ही रुक गए थे l जबकि पश्चिम बंगाल पुलिस उनके घर के अंदर गई थी l उस समय योगेश घर पर नहीं थे l पहली मंजिल पर मौजूद उनकी और बहने ने पूछा आप कौन हैं तो आरोप है कि उन लोगों ने घर की तलाशी लेते हुए धक्का-मुक्की की और विरोध करने पर मारपीट और अभद्रता भी की.