योगी सरकार : 50 हजार युवाओं को स्वरोजगार से भी जोड़ा जाएगा , 100 दिन में 10 हजार सरकारी नौकरी, सरकारी भर्तियों में आरक्षण का पालन होगा

योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत से ही युवाओं को सरकारी नौकरी देने के लिए सभी चयन आयोगों और बोर्ड को लक्ष्य दिए हैं। ये 100 दिन, 6 महीने और 1 साल तक तय किए जा रहे हैं। सभी विभागों को तय समय में भर्तियां निकालने के लिए कहा गया है।….

योगी सरकार : 50 हजार युवाओं को स्वरोजगार से भी जोड़ा जाएगा , 100 दिन में 10 हजार सरकारी नौकरी, सरकारी भर्तियों में आरक्षण का पालन होगा
100 दिन में 10 हजार सरकारी नौकरी

योगी सरकार 2.0 ने अपना पहला टारगेट सेट कर लिया है। सरकार 100 दिनों में 10 हजार नौकरियों की भर्ती निकालेगी। इसके अलावा, 50 हजार युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। दरअसल, विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद भाजपा ने लोक कल्याण संकल्प पत्र के वादों को पूरा करने की शुरुआत कर दी है।

लखनऊ में गुरुवार को सीएम योगी ने प्रदेश के सभी चयन बोर्ड के अध्यक्षों के साथ बैठक की। इसमें उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष, यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष, यूपी उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष, यूपी पुलिस सेवा भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष मौजूद रहे।

इस बैठक में उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले 100 दिन का एजेंडा स्पष्ट कर दिया है। ये भी तय हुआ कि 20 हजार खाली सरकारी पदों को भी जल्द ही भरा जाएगा। फिलहाल, 100 दिन में 10 हजार सरकारी नौकरियों का टारगेट है। बाकी, 50 हजार से ज्यादा युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।

योगी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत से ही युवाओं को सरकारी नौकरी देने के लिए सभी चयन आयोगों और बोर्ड को लक्ष्य दिए हैं। ये 100 दिन, 6 महीने और 1 साल तक तय किए जा रहे हैं। सभी विभागों को तय समय में भर्तियां निकालने के लिए कहा गया है। वहीं, राज्य सरकार का यह भी दावा है कि पिछले 5 सालों में प्रदेश के 4.5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है।

सरकारी भर्तियों में आरक्षण का पालन होगा : मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं में आरक्षण के नियमों का पालन किया जाए। भर्ती के विज्ञापन में आरक्षण के नियमों को स्पष्ट तरीके से बताया जाए। भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जाए। परीक्षा एजेंसी के चयन एवं परीक्षा केंद्रों के चयन में खास सावधानी बरती जाए। परीक्षा केंद्रों को निर्धारित करने में शासकीय विद्यालयों को वरीयता दी जाए। कोई भी दागदार छवि वाला सेंटर न बनाया जाए।

भर्ती परीक्षाओं को विभाग और जिला प्रशासन के साथ मिलकर बनाया जाए। भर्ती प्रोसेस में लगने वाले टाइम को कम किया जाए। नियुक्ति प्रक्रिया को सरल बनाया जाए। तकनीक का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए। मृतक आश्रितों की भर्ती प्रक्रिया को समय से पूरा कराया जाए।