बिजनौर जेल अधीक्षक में उड़ाई आचार संहिता की धज्जियां
निर्देशों को दरकिनार करवा दिया जेल डॉक्टर का तबादला -स्थानांतरण आदेश के दो दिन बाद ही आवास खाली करने का दिया नोटिस -जेल प्रशासन के मनमाफिक काम न करने की मिली सजा
लखनऊ। कारागार विभाग के अधिकारियों के लिए आदर्श चुनाव आचार संहिता का भी कोई मायने नहीं रह गया है। यही वजह है कि आचार संहिता लगे होने के दौरान बिजनौर जेल अधीक्षक ने जेल डॉक्टर का तबादला करा दिया। डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने डॉक्टर को जेल से हटाकर सीएचसी पर स्थानांतरित कर दिया। यही नहीं जेल अधीक्षक ने स्थानांतरित डॉक्टर को तुरंत सरकारी आवास खाली करने का फरमान भी जारी कर दिया। उधर डॉक्टर स्थानांतरण के खिलाफ न्यायालय में न्याय की गुहार लगाई है।
अधीक्षक ने नहीं उठाया फोन, जेलर ने की तबादले की पुष्टि
आचार संहिता के दौरान जेल डॉक्टर का स्थानांतरण होने के संबंध में जब बिजनौर जेल अधीक्षक आदिति श्रीवास्तव से बात करने का प्रयास किया गया तो काफी प्रयासों के बाद भी उनका फोन नहीं उठा। उधर बिजनौर जेल के जेलर रविन्द्र से पूछा गया तो उन्होंने जेल डॉक्टर महेंद्र सिंह का स्थानांतरण होने की बात स्वीकार करते हुए बताया कि जिला प्रशासन स्तर से यह तबादला हुआ है। अधीक्षक के डीएम से शिकायत करने के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली।
मिली जानकारी के मुताबिक बिजनौर जेल में बड़े पैमाने पर गैर कानूनी संचालित हो रही है। बंदियों को बगैर अनुमति के जेल के बाहर ले जाना, बंदियों को पीटना जैसी घटनाओं में किसी प्रकार फसने से खुद को बचाने के लिए जेल डॉक्टर पर दबाव बनाया जाता है। जो डॉक्टर अधीक्षक और जेलर की मंशानुरूप काम नही करते हैं। उन्हें शिकायत कर हटवा दिया जाता है।
सूत्रों का कहना है इसी कड़ी में बीती 10 अप्रैल को जेल अधीक्षक आदिति श्रीवास्तव ने जेल डॉक्टर महेंद्र सिंह की डीएम से शिकायत कर उन्हे हटाए जाने को कहा। शिकायत के बाद आनन फानन में डीएम के निर्देश पर सीएमओ ने डॉक्टर महेंद्र सिंह को जेल से सीएचसी नजीबाबाद स्थानांतरण कर दिया। जेल अधीक्षक ने स्थानांतरण के दो दिन बाद ही 12 अप्रैल को जेल डॉक्टर से आवास खाली कराने का नोटिस जारी कर दिया। स्थानांतरण आदेश मिलने से पूर्व डॉक्टर अवकाश पर जा चुके थे तो आवास खाली करने का नोटिस उनके आवास पर चस्पा करा दिया गया। स्थानांतरण आदेश के खिलाफ न्याय के लिए डॉक्टर महेंद्र सिंह न्यायालय की शरण में गए है।