कैंट से बाराबंकी तक 110 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेनें, 30 मार्च को निरीक्षण

दिसंबर माह में सीआरएस की टीम ने इसका निरीक्षण कर इस मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी थी। जिसके बाद जनवरी माह से कटरा-अयोध्या और प्रयागराज रेल मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ना शुरू भी हो गई।….

कैंट से बाराबंकी तक 110 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेनें, 30 मार्च को निरीक्षण
110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगा अयोध्या कैंट से बाराबंकी रेल रूट

अयोध्या कैंट से बाराबंकी रेल मार्ग पर अधूरा पड़ा विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया है। 30 मार्च को सीआरएस की टीम इसका निरीक्षण कर फाइनल मोहर लगाएंगे। इसके बाद अयोध्या से अकबरपुर और बाराबंकी रेल खंड पर 110 किमी की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी। इससे पहले अयोध्या कैंट से कटरा (गोंडा), अकबरपुर और प्रयागराज रेल मार्ग पर पहले ही विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है।

कटरा-अयोध्या और प्रयागराज रेल मार्ग पर जनवरी में कार्य पूरा होने के बाद अयोध्या कैंट से बाराबंकी तक विद्युतीकरण का कार्य अधूरा था। इसे तय समय में पूरा कर लिया गया है। अयोध्या कैंट से बाराबंकी के करीब 58 किमी. रेल मार्ग पर विद्युतीकरण का कार्य अधूरा रहने के कारण इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू नहीं हो सका था। अब यह विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो गया है।

30 मार्च को रेल लाइन का होगा निरीक्षण : अकबरपुर-अयोध्या-बाराबंकी मार्ग पर 30 मार्च को चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी शैलेश कुमार पाठक इस रूट पर 100 किमी. की स्पीड से ट्रेन चलाकर निरीक्षण करेंगे। इसको लेकर रविवार को एक पत्र जारी कर दिया गया है। रेलवे के अधिकारियों के अनुसार सीआरएस के अप्रूवल के बाद अकबरपुर-अयोध्या-बाराबंकी रेल मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा, जिससे यह रेल मार्ग पूरी तरह विद्युतीकरण युक्त हो जाएगा।

रफ्तार बढ़ने से कम समय में दूरी होगी तय : इलेक्ट्रिक ट्रेनों की गति करीब 110 किमी प्रति घंटा होने जातियों को इसका सीधा फायदा मिलेगा, ट्रेन की गति बढ़ने से कम समय में ही दूूरी तय होने लगेगी। इससे लोगों के समय की भी बचत होगी। इससे पहले 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन इस रूट पर चलती थी। बाराबंकी से अयोध्या कैंट तक की दूरी तय करने में 2 से ढाई घंटे का समय लगता था, जो कि अब एक से डेढ़ घंटे में पर हो सकेगी।

लखनऊ से गोरखपुर भी आ जा सकेंगे ट्रेनें : बाराबंकी से लखनऊ बेंच तक विद्युतीकरण पूरा होने के बाद लखनऊ से गोरखपुर मार्ग पर भी ट्रेनिंग संचालित हो सकेगी। लखनऊ-बाराबंकी-अयोध्या-गोरखपुर मार्ग पर भी ट्रेनों के संचालित होने का रास्ता साफ हो जाएगा। गौरतलब है कि अयोध्या कैंट से कटरा (गोंडा), अकबरपुर और प्रयागराज रेल मार्ग का विद्युतीकरण का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। दिसंबर माह में सीआरएस की टीम ने इसका निरीक्षण कर इस मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की अनुमति दे दी थी। जिसके बाद जनवरी माह से कटरा-अयोध्या और प्रयागराज रेल मार्ग पर इलेक्ट्रिक ट्रेनें दौड़ना शुरू भी हो गई।