लखनऊ में हाउस टैक्स पर नगर निगम हुआ सख्त : शहर के सबसे बड़े मॉल लुलु को 5.75 करोड़ और सेंट्रम होटल पर 3.39 करोड़ का गृहकर बकाया
88 गांव के लोग नगर निगम की सीमा में आ चुके हैं। ऐसे में शहर के बाहर बने कई मॉल, कॉलेज और अस्पताल और बाकी संस्थान नगर निगम की सीमा में आ चुके है। लुलु मॉल और सेंट्रम होटल भी इसी श्रेणी में शामिल हो गए है। करीब ढ़ाई लाख की आबादी नगर निगम सीमा में शामिल होंगे।
लखनऊ : होटल, मॉल और कॉलेज वालों पर नगर निगम ने सख्ती शुरू कर दी है। समिट और जी- 20 सम्मेलन के बाद नोटिस का क्रम जारी हो गया है। इसमें कॉलेज, मॉल और होटल वालों को नोटिस दिया जा रहा है। दरअसल, 88 गांव के नगर निगम सीमा में शामिल होने के बाद कॉमर्शियल बिल्डरों को नोटिस दिया जा रहा है।
शहर के सबसे बड़े मॉल लुलु को 5.75 करोड़ और सेंट्रम होटल पर 3.39 करोड़ का गृहकर बकाया नोटिस भेज दिया गया है। इससे पहले करीब 3.28 करोड़ रुपए के बकाए पर इकाना स्टेडियम को नोटिस दिया गया था।
नगर निगम के जोनल अधिकारियों को आदेश मिला है कि जो संस्थान टैक्स नहीं जमा कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मेदांता ने जमा किया पैसा : एक तरफ मॉल और कॉलेज प्रशासन वाले हाउस टैक्स नहीं जमा कर रहे है। दूसरी तरफ मेदांता अस्पताल की तरफ से पैसा जमा कर दिया गया है। मेदांता की तरफ से करीब 68 लाख रुपए का टैक्स जमा कराया गया है।
दूसरी तरफ फैजाबाद रोड स्थित तमाम बीटेक और MBA के कॉलेज पैसा नहीं दे रहे है। नगर निगम के नोटिस के बाद उनकी तरफ से जवाब दिया गया है कि वह हाउस टैक्स के दायरे में नहीं आते है।
एक- एक कॉलेज वाले नगर निगम का 70 से 1 करोड़ रुपए दबाए बैठे है। जबकि सरकारी स्कूल पैसा जमा करते है। बताया जा रहा है कि शासन स्तर के एक सीनियर IAS अधिकारी नगर निगम में फोन कर कॉलेज वालों से पैसा जमा कराने के लिए मना करते है।
88 गांव के लोग नगर निगम की सीमा में आ चुके हैं। ऐसे में शहर के बाहर बने कई मॉल, कॉलेज और अस्पताल और बाकी संस्थान नगर निगम की सीमा में आ चुके है। लुलु मॉल और सेंट्रम होटल भी इसी श्रेणी में शामिल हो गए है। करीब ढ़ाई लाख की आबादी नगर निगम सीमा में शामिल होंगे।