बारिश-बाढ़ से पहाड़ी राज्यों में आफत : उत्तराखंड में ऋषिकेश-देहरादून हाइवे पर बना टेम्परेरी पुल बहा, हिमाचल में लैंडस्लाइड के बाद बढ़ी लोगों की परेशानी

लोगों को आ रही परेशानी को देखते हुए नदी पर एक वैकल्पिक पुल बनाया गया था, जिस पर रविवार शाम को ही आवागमन चालू हुआ था, वह पुल भी बीती रात बह गया। पुल बहने के बाद ऋषिकेश-हरिद्वार हाइवे पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है।

बारिश-बाढ़ से पहाड़ी राज्यों में आफत : उत्तराखंड में ऋषिकेश-देहरादून हाइवे पर बना टेम्परेरी पुल बहा, हिमाचल में लैंडस्लाइड के बाद बढ़ी लोगों की परेशानी
मुख्य पुल के नदी में बहने के बाद प्रशासन ने तुरंत ही वैकल्पिक पुल बना दिया, लेकिन वह भी ज्यादा समय तक नहीं टिक पाया।

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्यों में बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड का कहर जारी है। उत्तराखंड में देहरादून-रानीपोखरी-ऋषिकेश को जोड़ने वाला टेम्परेरी पुल सोमवार रात जाखन नदी के तेज बहाव में बह गया। यहां 27 अगस्त को मुख्य पुल बह गया था।

लोगों को आ रही परेशानी को देखते हुए नदी पर एक वैकल्पिक पुल बनाया गया था, जिस पर रविवार शाम को ही आवागमन चालू हुआ था, वह पुल भी बीती रात बह गया। पुल बहने के बाद ऋषिकेश-हरिद्वार हाइवे पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है। यहां से घूमकर जाने वालों को ज्यादा दूरी भी तय करनी पड़ेगी।

भारी बारिश के बाद जाखन नदी में बहा एक ट्रक। पुल नदी में बहने के बाद यहां लोग फंसे हुए हैं।

टिहरी में गिरी थीं बड़ी-बड़ी चट्‌टानें : इससे पहले सोमवार को उत्तराखंड के टिहरी में बड़ी-बड़ी चट्‌टानें अचानक सड़क पर गिर गई थीं। इस दिन हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भी लैंडस्लाइड हुई थी। यहां रामपुर के ज्योरी क्षेत्र में लैंडस्लाइड के बाद नेशनल हाईवे ब्लॉक हो गया, जिससे लोगों को परेशानी हुई।

प्रशासन ने पहले ही अलर्ट कर दिया था : जिला प्रशासन ने इस घटना से पहले ही इलाके में अलर्ट जारी कर दिया था। ऐहतियातन पुलिस के जवान भी तैनात कर दिए गए थे। जिसकी वजह से किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई। दो दिन पहले से ही यहां पहाड़ों से पत्थर गिरने का क्रम जारी था। इस बात की आशंका प्रशासन को पहले ही हो गई थी कि पहाड़ का बड़ा हिस्सा टूट सकता है।

वाहनों की लंबी कतारें लगीं : लैंडस्लाइड की वजह से राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-5 पर यातायात पूरी तरह से बंद हो गया था। दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई थीं। किन्नौर से आने-जाने वालों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा था।