उत्तराखंड : बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए अगले 12 दिनों के लिए बुकिंग फुल, अब तक 10 हजार ई-पास हुए जारी

केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को रजिस्ट्रेशन करने के बाद ई-पास जारी किए जाएंगे l जिसके बाद ही चारों धामों में दर्शन करने की अनुमति मिलेगी.

उत्तराखंड : बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए अगले 12 दिनों के लिए बुकिंग फुल, अब तक 10 हजार ई-पास हुए जारी
केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में दर्शन

उत्तराखंड हाई कोर्ट ने चारधाम यात्रा पर लगी रोक हटाने के बाद शनिवार शुरू हुई यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई थी l चारधाम देवस्थानम बोर्ड के मुताबिक केदारनाथ के दर्शन के लिए देशभर से हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने उत्तराखंड आने की इच्छा जता बुकिंग करा ली है. ऐसे में चार धाम देवस्थानम बोर्ड ने केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए अगले 12 दिनों के लिए बुकिंग पूरी कर ली गई है l साथ ही बीते 18 सितंबर को भक्तों को दर्शन के लिए 10,000 ई-पास जारी किए गए थे l

इसी तरह बद्रीनाथ धाम के लिए भी 4,830 ई-पास जारी किए गए हैं l गौरतलब है कि केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को रजिस्ट्रेशन करने के बाद ई-पास जारी किए जाएंगे l जिसके बाद ही चारों धामों में दर्शन करने की अनुमति मिलेगी.

दरअसल, चारधाम के दर्शन के लिए प्रदेश के बाहर से आने वाले यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल पर भी अनिवार्य रूप से रजिस्ट्रेशन करना होगा l कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने के 15 दिन के बाद प्रमाण पत्र दिखाने पर यात्रा की अनुमति दी जाएगी l लेकिन केरल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से आने वाले यात्रियों को COVID-19 वैक्सीन की दोनों खुराकें लगवाने के बाद 72 घंटे पहले की कोविड जांच निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है.

चारधाम यात्रा के लिए कराना होगा रजिस्ट्रेशन : गौरतलब है कि सचिव धर्मस्व हरिचंद्र सेमवाल ने चारधाम यात्रा की एसओपी जारी की . इस बीच चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड ने भी एसओपी जारी कर दी है l दोनों एसओपी में एक समान नियम लागू हैं l चारधामों में यात्रा का संचालन 18 सितंबर से शुरू होगा l इस यात्रा में प्रदेश और बाहर से आने वाले यात्रियों को बिना शर्त अनुमति दी जाएगी l चारों धामों में दर्शन करने के लिए यात्रियों को सबसे पहले देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा l जिसके बाद देवस्थानम बोर्ड की ओर से सीमित संख्या में रोजाना ई-पास के जारी किए जाएंगे l साथ ही मंदिर कैंपस के मेनगेट पर दर्शन करने से पहले यात्रियों का ई-पास चेक किया जाएगा.