कानपुर में लाइनमैन की मौत पर परिजनों ने किया प्रदर्शन : मरने से पहले बिजली विभाग के अफसरों को ठहराया जिम्मेदार, मुआवजे की मांग
मंगलवार सुबह में परिजनों ने नौबस्ता में बिजली विभाग के ऑफिस के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि बिजली विभाग के अफसरों की लापरवाही से उसकी मौत हुई है। उन्होंने मुआवजे की मांग की है।
कानपुर में सोमवार को अस्पताल में लाइनमैन की मौत हो गई। वह करंट से झुलस गया था। उसका इलाज चल रहा था। उसकी मौत की सूचना मिलते ही परिजन नाराज हो गए। मंगलवार सुबह में परिजनों ने नौबस्ता में बिजली विभाग के ऑफिस के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि बिजली विभाग के अफसरों की लापरवाही से उसकी मौत हुई है। उन्होंने मुआवजे की मांग की है।
27 जनवरी को ट्रांसफार्मर की मरम्मत करने गया था : लखन दुबे (32) नौबस्ता के आनंद विहार का रहने वाला था। वह केस्को में संविदा पर लाइनमैन के पद पर कार्यरत था। 27 जनवरी को उसे जेई सतीश कुमार, संविदा कर्मी दिनेश यादव और लखन को किदवई नगर के-ब्लॉक के पास ट्रांसफार्मर की मरम्मत कराने ले गए थे। आरोप है कि उन्होंने लखन से बिना शटडाउन लिए ही काम कराया था। करंट की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से झुलस गया था। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
डॉक्टरों को लखन को बचाने के लिए दोनों हाथों की दो अंगुलियां काटनी पड़ी थी। नाराज परिजनों ने जेई सतीश कुमार और संविदाकर्मी दिनेश के खिलाफ नौबस्ता थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
लाइन मैंन ने इलाज के दौरान मरने से पहले लगाया आरोप : मंगलवार रात में अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक मरने से पहले लाइनमैन ने अपने अधिकारियों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था.