उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में बारिश का अलर्ट : लखनऊ में बारिश, कानपुर की कोतवाली में भरा पानी
मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए बिजली की गरज चमक के बीच 40 किलोमीटर प्रति घंटे की हवाएं चलने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने बताया लखनऊ, कानपुर नगर, कानपुर देहात, मिर्जापुर, सोनभद्र, प्रयागराज, रामपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, अंबेडकर नगर में बारिश होगी। उन्नाव, जालौन, इटावा, औरैया, फिरोजाबाद, अलीगढ़, चंदौली, बलिया और मऊ मामूली बारिश होगी।
कानपुर में गुरुवार सुबह 2 घंटे झमाझम बारिश हुई। इससे सड़कें तालाब बन गई। नरवल कोतवाली में मालखाने से लॉकअप तक पानी भर गया है। पुलिसवालों और फरियादियों को आने-जाने में दिक्कत हुई। लखनऊ में करीब 11 बजे बारिश शुरू हुई, जो अब तक जारी है।
वाराणसी में गंगा नदी के उफनाने से 14 घाट डूबे चुके हैं। यहां साढ़े तीन सेमी की स्पीड से पानी बढ़ रहा है। एक दिन में यहां 78 सेमी वाटर लेवल बढ़ा है। आज गंगा का वाटर लेवल 64.58 मीटर पर है। मणिकर्णिका और हरिशचंद्र घाट के शवदाह स्थल भी बदले जा रहे। दशाश्वमेध घाट की आरती की जगह को दोबारा बदल दिया गया है। आरती के आयोजकों ने बताया ऐसा पहली बार है कि इतनी जल्दी-जल्दी गंगा के आरती स्थल को बदला जा रहा है।
वाराणसी में कल होगी तेज बारिश : वाराणसी में आज सुबह से धूप निकली है। BHU के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव का कहना है, " वाराणसी में 29 जुलाई को भारी बरसात हो सकती है। मानसून एक्टिव मोड पर है। ये धूप बस कुछ देर की मेहमान साबित होने वाली है। आगामी 2-3 दिन बारिश होने की प्रबल संभावना बनी हुई है।"
मथुरा में बुधवार की देर रात तेज बारिश हुई। सड़क पर जलभराव हो गया। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं। कानपुर में गंगा बैराज के सभी 30 गेट खोल दिए गए हैं। गुरुवार को लखनऊ, कानपुर-प्रयागराज समेत 22 जिलों में बारिश का अलर्ट है। बीते 24 घंटे में 7.2 मिलीमीटर बारिश हुई हैl
बुधवार को इन जिलों में हुई बारिश
जिला | बारिश (मिमी में) |
कानपुर | 52 |
बलिया | 103.2 |
आगरा | 26.3 |
बरेली | 3 |
इटावा | 3 |
हरदोई | 12 |
वाराणसी | 2 |
लखनऊ | 4 |
हमीरपुर में बुधवार की देर रात उफनाए एक नाले में बोलेरो बहने लगी। उसमें सवार 2 साल की बच्ची समेत 8 लोग किसी तरह गाड़ी का गेट तोड़कर बाहर निकल आए, लेकिन तीन साल की बच्चा नाले में बह गया। अभी उसका कुछ पता नहीं चल सका है।
जरिया थाना प्रभारी रामआसरे सरोज ने बताया कि बडेरा माफ निवासी चेतराम की पत्नी सियारानी बीमार थी। बडेरा माफ और बंधौली गांव के रहने वाले 9 लोग सियारानी का इलाज कराने के लिए बुधवार को छतरपुर जिले के नौगांव गए थे। रात में सभी वापस लौट रहे थे। गाड़ी ड्राइवर जयहिंद चला रहा था।
मथुरा की सड़कों पर तालाब जैसा नजारा |
रात 9 बजे के आसपास खेड़ा शिलाजीत गांव के पास पड़वाहर नाले के पुल के ऊपर से उफना रहे नाले में बोलेरो बह गई। गाड़ी से उतरकर लोग भागे, लेकिन तीन साल का बच्चा अरेंस कब नाले में बह गया, किसी को पता नहीं चल सका। सूचना के बाद पहुंची पुलिस नाले में सर्च ऑपरेशन कर अरेंस की तलाश में जुटी है। अरेंस चेतराम नाती है।
लखनऊ में गुरुवार सुबह आसमान में बादल छाए रहे। दोपहर 11 बजे के बाद अचानक मौसम बदला और बारिश हुई।
बीते 24 घंटे में मौसम का हाल : बीते 24 घंटे के अंदर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 1.1 मिलीमीटर बारिश हुई है। फिलहाल गुरुवार को राजधानी लखनऊ का मौसम साफ रहेगा। नमी बढ़ने के कारण बारिश हो सकती है। मानसून शुरू से अब तक 147.6 MM बारिश हुई। यह अनुमान से 48% कम है। सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि कानपुर, बलिया, आगरा, बरेली, इटावा, हरदोई, वाराणसी में बारिश हुई है।मौसम विभाग के अनुसार, मानसून शुरू होने से अब तक 52% कम बारिश उत्तर प्रदेश में हुई है।
अगले 24 घंटों में मौसम का हाल : मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी करते हुए बिजली की गरज चमक के बीच 40 किलोमीटर प्रति घंटे की हवाएं चलने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने बताया लखनऊ, कानपुर नगर, कानपुर देहात, मिर्जापुर, सोनभद्र, प्रयागराज, रामपुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, अंबेडकर नगर में बारिश होगी। उन्नाव, जालौन, इटावा, औरैया, फिरोजाबाद, अलीगढ़, चंदौली, बलिया और मऊ मामूली बारिश होगी।
पहाड़ों के साथ मैदानी इलाकों में शुरू हुई मूसलाधार बारिश में गंगा का जलस्तर लगातार चढ़ने लगा है। बहाव को नियंत्रित करने के लिए कानपुर में गंगा बैराज के सभी 30 गेट को खोल दिया गया है। इससे प्रयागराज और वाराणसी में भी गंगा का जलस्तर चढ़ने लगा है। कानपुर के अपस्ट्रीम में गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 33 सेमी दूर हैं। चेतावनी बिंदु 113 मीटर पर है। हालांकि, अभी बाढ़ की संभावना नहीं है।
बिजली गिरने को लेकर रहें सतर्क : मौसम विज्ञानी डॉ. पांडेय ने बताया कि बिजली गिरने की एडवाइजरी को लेकर बताया कि बारिश में पेड़ के नीचे खड़ा होना सबसे ज्यादा खतरनाक होता है। वे बिजली को अपनी ओर खींचते हैं। आस-पास एक-दो पेड़ हैं, तो खुले मैदान में ही कहीं झुककर बैठ जाना सबसे बेहतर है। जानवरों को भी पेड़ के नीचे न खड़ा करें।