उत्तर प्रदेश के छोटे जिलों में बढ़ने लगा कोरोना : कुशीनगर में मिले 20 संक्रमित, KGMU के कुलपति बोले- तीसरी लहर में छोटे जिले बन सकते हैं कोविड का नया हब

बीते 24 घंटे में कुशीनगर में एक साथ 20 नए संक्रमित मिले। नए संक्रमितों में 14 लोग रामकोला ब्लॉक से हैं। तीन हाटा और दो पडरौना ब्लॉक के रहने वाले हैं। जबकि एक व्यक्ति जिले से बाहर का है

उत्तर प्रदेश के छोटे जिलों में बढ़ने लगा कोरोना : कुशीनगर में मिले 20 संक्रमित, KGMU के कुलपति बोले- तीसरी लहर में छोटे जिले बन सकते हैं कोविड का नया हब
तीसरी लहर में छोटे जिले बन सकते हैं कोविड का नया हब

उत्तर प्रदेश में कोरोना केसेस में उछाल शुरू हो गया है। बीते 24 घंटे में कुशीनगर में एक साथ 20 नए संक्रमित मिले। नए संक्रमितों में 14 लोग रामकोला ब्लॉक से हैं। तीन हाटा और दो पडरौना ब्लॉक के रहने वाले हैं। जबकि एक व्यक्ति जिले से बाहर का है। 6 अगस्त तक यहां कुल पॉजिटिव केस की संख्या सिर्फ चार थी। मुख्य चिकित्सा अधकारी डॉ. सुरेश पटारिया ने मरीजों के पते पर टीम भेजकर संपर्क में आएं सभी लोगों की जांच करने के आदेश दिए हैं।

KGMU के कुलपति डॉक्टर विपिन पुरी ने छोटे जिलों में कोरोना की तीसरी लहर में ज्यादा केसेस आने की संभावना जताई

वहीं, लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के कुलपति डॉक्टर विपिन पुरी ने छोटे जिलों में कोरोना की तीसरी लहर में ज्यादा केसेस आने की संभावना जताई है। उनका कहना है कि प्रदेश के बड़े महानगरों के साथ छोटे शहरों में भी वायरस का अटैक खतरनाक हो सकता है। रविवार को प्रदेश में 2.54 से ज्यादा सैंपल की जांच हुई। इस दौरान 58 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई। 49 लोग रिकवर हुए हैं।

राहत की बात यह रही कि इस बीच प्रदेश में कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है। इससे पहले शनिवार को 2 संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी। प्रदेश में फिलहाल कोरोना के 593 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 395 होम आइसोलेशन में है। यूपी में अब तक 6 करोड़ 74 लाख 76 हजार 221 टेस्ट किए गए हैं।

छोटे जिलों में संक्रमण कई गुना तेज होने की संभावना

KGMU के कुलपति डॉ. बिपिन पुरी के अनुसार कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन ही कोरोना की तीसरी लहर के संभावित प्रकोप से हमें बचा सकता है। इसके अलावा हमारा फोकस वैक्सीनेशन पर होना चाहिए। दूसरे राज्यों से आ रहे यात्रियों की टेस्टिंग भी हर हाल में हमें करनी होगी। फोकस टेस्टिंग पर भी ध्यान देने की जरुरत है। हमे बड़े महानगरों के अलावा छोटे शहरों पर भी ध्यान देना होगा। हो सकता है कि दूसरी लहर की शुरुआत में जो जिले कोरोना के हॉटस्पॉट के रुप में उभर कर सामने आएं हो वहां इस बार केस कम पर नए जिलों में संक्रमण की रफ्तार कई गुना तेज हो। अब तक प्रदेश में हालात नियंत्रण में है, आगे भी इसे कंट्रोल में रखना होगा। पॉजिटिव केस की जीनोम सिक्वेंसिंग भी करानी होगी।

प्रदेश के 10 जिले कोरोना मुक्त

प्रदेश में अलीगढ़, अमेठी, चित्रकूट, एटा, हाथरस, पीलीभीत, महोबा, गोंडा, मिर्जापुर, फिरोजाबाद और प्रतापगढ़ में कोरोना के सक्रिय मामले शून्य हैं, यानी यहां पर कोरोना के एक भी मरीज नहीं रह गए हैं। इसके अलावा 50 जिलों में रविवार को कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला है।

प्रदेश में कोविड से ठीक होने वाले लोगों का प्रतिशत 98.6 हैं। राज्य में पॉजिटिविटी रेट 0.04 से घटकर 0.01 फीसद रह गई है। वहीं मृत्युदर अभी 1 फीसदी पर बनी हुई है। जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसद रही, जबकि जुलाई में 0.3 फीसद पॉजिटीविटी रेट दर्ज की गई। 30 अप्रैल को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे। अब यह संख्या घटकर 593 रह गई।

यह है वैक्सीनेशन अपडेट

3 अगस्त को यूपी में रिकॉर्ड तोड़ 28 लाख 04 हजार 258 लोगों का वैक्सीनेशन हुआ। अब तक प्रदेश में 4 करोड़ 52 लाख 01 हजार 804 को पहली डोज और 83 लाख 91 हजार 745 को दूसरी डोज लगी। अब तक कुल 5 करोड़ 35 लाख 93 हजार 549 को वैक्सीन की डोज लगाई गई है।