पीलीभीत जिले में माला रेंज के वन क्षेत्र के एक खेत में तेंदुआ मिला मृत : भीषण गर्मी से तेंदुए की मौत
तेंदुए के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे और अंदेशा है कि पशु की मौत भीषण गर्मी और भूख के कारण हुई। पीलीभीत बाघ अभयारण्य के पूरनपुर रेंज के क्षेत्राधिकारी कपिल कुमार ने बताया कि मंगलवार को अभयारण्य के तहत गजरौला थाना क्षेत्र के गांव बैजू नगर के निकट माला रेंज के जंगल के पास एक खेत में तेंदुआ मृत मिला।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में माला रेंज के वन क्षेत्र के निकट एक खेत में तेंदुआ मृत मिला। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तेंदुए के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं थे और अंदेशा है कि पशु की मौत भीषण गर्मी और भूख के कारण हुई। पीलीभीत बाघ अभयारण्य के पूरनपुर रेंज के क्षेत्राधिकारी कपिल कुमार ने बताया कि मंगलवार को अभयारण्य के तहत गजरौला थाना क्षेत्र के गांव बैजू नगर के निकट माला रेंज के जंगल के पास एक खेत में तेंदुआ मृत मिला। मंगलवार को सुबह गश्त के दौरान वन कर्मी उमाशंकर ने खेत में तेंदुए का शव देखकर वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी। उन्होंने बताया कि तेंदुए के शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं है। उसकी मौत का कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम के लिए तेंदुए को बरेली के भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई) भेजा गया था।
पोस्टमार्टम से पता चला है कि तेंदुए का पेट खाली था: वैज्ञानिक डॉक्टर एएम पावडे : आईवीआरआई के वन्य जंतु विभाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर ए. एम. पावडे ने बताया कि पोस्टमार्टम से पता चला है कि तेंदुए का पेट खाली था। प्राथमिक तौर पर सम्भवतः उसकी मौत भीषण गर्मी के कारण हुई है। हालांकि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि उसकी मौत किसी बीमारी हुई हो। इस बिंदु पर भी जांच की जाएगी। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह तेंदुआ पिछले एक माह से लगातार क्षेत्र में घूम रहा था। वन विभाग और ग्रामीणों की घेराबंदी जारी थी। सम्भवतः घेराबंदी के कारण उसे ठंडा क्षेत्र नहीं मिल रहा था और मन माफिक शिकार नहीं कर पा रहा था। इसीलिए भीषण गर्मी और भूख का शिकार हो गया।