उत्तर प्रदेश के 17 शहरों में 1000 से ज्यादा एक्टिव केस : चुनाव आयोग अगर सख्त नहीं हुआ तो तीसरी लहर ज्यादा भयानक होगी

यूपी में चुनाव की तारीखों का ऐलान भी हो गया है। ऐसे में लोगों का कहना है कि चुनाव आयोग अगर सख्त नहीं हुआ तो तीसरी लहर ज्यादा भयानक होगी। कहीं चुनाव कोरोना का सुपर स्प्रेडर न बन जाए।

उत्तर प्रदेश के 17 शहरों में 1000 से ज्यादा एक्टिव केस : चुनाव आयोग अगर सख्त नहीं हुआ तो तीसरी लहर ज्यादा भयानक होगी
उत्तर प्रदेश के 17 शहरों में 1000 से ज्यादा एक्टिव केस

उत्तर प्रदेश में कोरोना केस कई गुना तेजी से बढ़ रहे हैं। महज 12 दिनों में यहां एक्टिव केस की संख्या में 4700% का इजाफा हुआ। महज 5 दिन में 55 हजार से ज्यादा नए केस सामने आ चुके हैं। कुल एक्टिव केस की संख्या 71 हजार के पार हो चुकी है। आज संक्रमितों की आंकड़ा 85 हजार के पार हो सकता है। पिछली वेव में 80 हजार केस पर कंपलीट लॉकडाउन लगा दिया गया था। इसी रफ्तार से यदि कोरोना बढ़ा तो 1 सप्ताह के भीतर डेढ़ लाख सक्रिय केस होंगे।

यूपी में चुनाव की तारीखों का ऐलान भी हो गया है। ऐसे में लोगों का कहना है कि चुनाव आयोग अगर सख्त नहीं हुआ तो तीसरी लहर ज्यादा भयानक होगी। कहीं चुनाव कोरोना का सुपर स्प्रेडर न बन जाए।

  • शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में गाजियाबाद में 1963 कोरोना के नए मरीज मिले हैं। अब यहां एक्टिव केस 10604 हो गए हैं।
  • अयोध्या में ओमिक्रॉन का पहला केस सामने आया है। यहां कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 438 पहुंच गया है।
  • यूपी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच अब स्वास्थ्य विभाग का फोकस जीनोम सीक्वेंसिंग से हट रहा है। प्रदेश में 90 फीसदी मामले कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमित बताएं जा रहे हैं। बदली हुई रणनीति के तहत अब केवल ज्यादा गंभीर या अस्पताल में भर्ती होने वाले संक्रमितों के सैंपल ही जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे।
  • स्वास्थ्य महकमे के बड़े अफसरों की माने तो कोरोना की इस बेकाबू रफ्तार के पीछे ओमिक्रॉन वैरिएंट ही है। इससे पूर्व कोरोना के सभी पॉजिटिव केस की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने की बात कही गई थी। हालांकि, कोरोना संक्रमण की रफ्तार इस कदर बढ़ी की सभी सैंपल की सिक्वेंसिंग नही हो पाई थी।
  • कोविड मैनेजमेंट के यूपी नोडल अफसर डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में ज्यादातर पॉजिटिव सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हो रही है। यही कारण है कि अब सभी संक्रमितों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने के जरूरत नही है। केवल ऐसे ही मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग की जाएगी जो ज्यादा गंभीर हैं।
  • जीनोम सिक्वेंसिंग में गहराई से सैंपल की जांच होती है और इस अत्यंत सूक्ष्म परीक्षण को पूरा करने में कई दिन लगते है। तेजी से बढ़ रहे केस का ट्रेंड समझ में आ गया है। अब फोकस इसके बचाव और ट्रीटमेंट पर रहेगा। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में कोरोना मरीजों में अब डेल्टा वैरिएंट को ओमिक्रॉन रिप्लेस कर चुका है।
  • शुक्रवार को 16 जिलों में हजार से ऊपर एक्टिव केस हो गए। इनमें से गौतमबुद्ध नगर और लखनऊ में दस हजार से ज्यादा एक्टिव केस हैं। प्रदेश में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 71 हजार के पार हो चुकी है।