दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए रात 8 बजे तक होगा टेस्ट : शाम 5:00 बजे से 8:00 बजे तक ड्राइविंग टेस्ट की सुविधा

दिल्ली सरकार ने तीन ऑटोमैटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक की औपचारिक तौर पर की शुरुआत। आने वाले समय में 12 होगी ट्रैक की संख्या। एक ट्रैक पर हर दिन 45 लोगों को मिलेगा टोकन। तीनों ट्रैक पर 135 लोगों को मिलेगा समय

दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए रात 8 बजे तक होगा टेस्ट :  शाम 5:00 बजे से 8:00 बजे तक ड्राइविंग टेस्ट की सुविधा
दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस लेने के लिए रात 8 बजे तक होगा टेस्ट

दिल्ली में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब देर शाम आठ बजे तक टेस्ट देना मुमकिन होगा। दिल्ली सरकार ने इसके लिए तीन ऑटोमैटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक तैयार कर लिया है। करीब 24 दिन के ट्रायल के बाद परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बुधवार शकूरबस्ती, मयूर विहार और विश्वास नगर में इनकी औपचारिक तौर पर शुरुआत की। इसका फायदा कामकाजी लोगों को मिलेगा। डीएल बनवाने के लिए अब उनको अपने दफ्तर से छुट्टी नहीं लेनी पड़ेगी। इन पर शाम 5-7 बजे के बीच अपॉइंटमेंट बुक करवाकर टोकन लिया जा सकता है। वहीं, आठ बजे तक टेस्ट की सुविधा होगी।

कैलाश गहलोत ने बताया कि हर ट्रैक पर रोजाना 45 बुकिंग होगी। अभी आठ अतिरिक्त टेस्ट ट्रैक शुरू होने हैं। इसके बाद हर रोज की क्षमता तीन हजार हो जाएगी। ड्राइविंग टेस्ट को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए हर ट्रैक पर 10 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। लोग लोग नाइट शिफ्ट में ड्राइविंग टेस्ट की सुविधा का लाभ उठाकर अपने समय को बचा सकते हैं।

कैलाश गहलोत के मुताबिक, इससे पहले तीनों ट्रैक पर एक मई से 24 मई के बीच ट्रायल किया गया। सरकार ने फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तहत इनको औपचारिक तौर पर शुरू कर रही है। यहां लोग नाइट शिफ्ट में ड्राइविंग टेस्ट की सुविधा का लाभ उठाकर अपने समय को बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ट्रायल के तौर पर एक मई से नाइट शिफ्ट (शाम/रात की पाली) में पहले ही डीएल के लिए करीब 2500 टेस्ट कर चुकी हैं। सरकार लगातार नाइट शिफ्ट की निगरानी कर रही है। रात के टेस्ट की सुविधा दिन के समय जितनी ही अच्छी है।

बनेंगे 12 ट्रैक : कैलाश गहलोत ने बताया कि विभाग ने 12 ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बनाने के लिए मारुति सुजुकी फाउंडेशन को जिम्मेदारी दी है। तीन शुरू हो गए हैं। बचे हुए ट्रैक को जल्द ही शुरू किया जाएगा। ड्राइविंग टेस्ट की बारीकी से जांच हो इसके लिए हाई रेजोल्यूशन के 17 कैमरा लगाए गए हैं। यह रियल टाइम फुटेज और तस्वीर कैप्चर करता है। साथ ही टोकन के लिए इलेक्ट्रॉनिक कतार प्रबंधन प्रणाली भी लगाई गई है। यहां टेस्ट देने आए हुए लोगों को टोकन के साथ समय भी तय कर दिया जाता है। आवेदन पहले आओ, पहले पाओ तरीके से लिया जा रहा है। बिना टोकन लिए किसी अन्य व्यक्ति का टेस्ट नहीं हो सकेगा।

आठ बजे तक टेस्ट की सुविधा

  • ट्रैक पर शाम 5:00 बजे से 8:00 बजे तक ड्राइविंग टेस्ट की सुविधा
  • एक ट्रैक पर हर दिन 45 लोगों को मिलेगा टोकन। तीनों ट्रैक पर 135 लोगों को मिलेगा समय
  • आगे बढ़ेगी क्षमता, सभी 12 ट्रैक चालू होने से आंकड़ा पहुंचेगा करीब 3000
  • तीनों जगह एक से 24 मई के बीच किया गया ट्रायल, इस दौरान 2565 स्लॉट बुक