Fake Teachers : उत्तर प्रदेश में एक ही नाम से दो जिलों में सरकारी नौकरी कर रहे हैं; दोनों जगह से सैलेरी भी ले रहे

नया मामला सामने आने के बाद राज्य में चर्चित हो चुके अनामिका शुक्ला मामले की फिर से चर्चा शुरू हो गई है l दरअसल फर्जी शिक्षकों की भर्ती की जांच रही एसटीएफ की टीम ने बीएसए को भेजकर बताया है कि मैनपुरी में तैनात दो शिक्षकों का रिकॉर्ड संदेह के घेरे में हैं.

Fake Teachers : उत्तर प्रदेश में एक ही नाम से दो जिलों में सरकारी नौकरी कर रहे हैं; दोनों जगह से सैलेरी भी ले रहे
उत्तर प्रदेश में एक ही नाम से दो जिलों में सरकारी नौकरी कर रहे

उत्तर प्रदेश में लगातार फर्जी सर्टिफिकेट (Fake documents) के जरिए सरकारी नौकरी करने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. नया मामला सामने आने के बाद राज्य में चर्चित हो चुके अनामिका शुक्ला मामले की फिर से चर्चा शुरू हो गई है. दरअसल फर्जी शिक्षकों की भर्ती की जांच रही एसटीएफ (STF) की टीम ने बीएसए को भेजकर बताया है कि मैनपुरी में तैनात दो शिक्षकों का रिकॉर्ड संदेह के घेरे में हैं. असल में उनके नाम पर दो शिक्षक दूसरे जिलों के सरकारी स्कूलों में पढ़ा रहे हैं. एसटीएफ ने इस बात का खुलासा किया है कि इसमें से एक शिक्षक सुल्तानगंज जिले में और दूसरा बदायूं जिले में सरकारी स्कूल में पढ़ा रहा है.

असल में स्पेशल टास्क फोर्स (STF) राज्य में फर्जी शिक्षकों की भर्ती के मामले में जांच कर रही है. अभी तक राज्य में कई शिक्षकों को नौकरी से निकाला जा चुका है और कई के खिलाफ जांच जारी है. फिलहाल राज्य में नया मामला सामने आया है और फर्जी शिक्षक मामले में दो जिलों में तैनात दो शिक्षकों की जांच एसटीएफ ने शुरू कर दी है. वहीं एक ही नाम वाले दो जिलों में कार्यरत इन शिक्षकों का रिकॉर्ड बीएसए से मांगा गया है. ताकि इस मामले में आगे की कार्यवाही की जा सके.

राज्य में चर्चित हुआ था अनामिका शुक्ला मामला : दरअसल राज्य में पिछले साल शिक्षिका अनामिका शुक्ला का मामला चर्चित हुआ था. इस मामले के सामने के बाद एसटीएफ ने जांच शुरू की थी और बाद में प्रदेश भर में एक नाम के साथ दो जगह काम करने वाले शिक्षकों के नाम सामने आए. पहले भी एक ही नाम के तहत दो जिलों में काम कर चुके जिले के छह लोगों को सेवा से बर्खास्त किया गया है. लेकिन एक बार फिर नया मामला सामने आया है और एसटीएफ ने जिले में तैनात दो शिक्षकों की जांच शुरू कर दी है.

एसटीएफ ने बीएसए को लिखा पत्र : फिलहाल इस मामले में एसटीएफ ने जांच शुरू कर दी है और उसने बीएसए को पत्र भेजा है और बताया है कि मैनपुरी में तैनात दो शिक्षकों का रिकॉर्ड संदेह के घेरे में है. क्योंकि उनके नाम पर दो शिक्षक दूसरे जिलों में पढ़ा रहे हैं. एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ है कि इसमें एक शिक्षक सुल्तानगंज जिले में और दूसरा बदायूं जिले में नौकरी कर रहा है. लिहाजा इस स्थिति में संबंधित शिक्षकों की नियुक्ति फाइल, शैक्षिक अभिलेख, पैन कार्ड, आधार कार्ड व अधिवास आदि की मूल प्रतियां एसटीएफ को उपलब्ध कराई जाएं, ताकि आगे की जांच की जा सके. वहीं जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी( बीएसए) कमल सिंह ने इस बात की पुष्टि कि है कि एसटीएफ ने दो शिक्षकों का रिकॉर्ड मांगा है और जो भी शिक्षक फर्जी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी.

अब तक दो प्रिंसिपल और चार बर्खास्त : बहरहाल अभी तक एसटीएफ की जांच के बाद राज्य में दो प्रधानाध्यापकों सहित छह को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं अभी भी एसटीएफ की जांच रही है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों और कई नाम सामने आ सकते हैं।