मेरठ में छात्रा ने थाने में दर्ज कराई शिकायत : जीनियस इंटरनेशल एकेडमी शिक्षण संस्थान ने छात्रा को फर्जी तरह से बीए व बीएड की डिग्री अंकतालिका थमा दी
जीनियस इंटरनेशल एकेडमी की तरफ से जो मार्कशीट व ड्रिगी दी गई हैं। उनका कोई भी ऑनलाइन रिकार्ड नहीं मिला। यूनिवर्सिटी से चला की यह तो मार्कशीट फर्जी है। जिसके बाद पीड़िता ने शिक्षण संस्थान के मालिक से कहा। जिसके बाद आरोपी ने धमकी दी कि यदि किसी से कहा या शिकायत की तो जेल और चली जाओगी।
मेरठ में एक कथित तौर पर शिक्षण संस्थान ने छात्रा को फर्जी तरह से बीए व बीएड की डिग्री अंकतालिका थमा दी। छात्रा ने जब विरोध किया तो शिक्षक व संस्थान संचालक ने धमकी दी। पीड़िता का कहना है की मैं एक लाख 10 हजार रुपये फीस के जमा कर चुकी हूं। लेकिन 5 साल में मेरा जीवन बर्बाद कर दिया है। पूरे मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
थाने में पीड़िता (समर कालोनी निवासी सलमा, उम्र 23) द्वारा दी गई तहरीर की कॉपी |
मेरठ के समर कालोनी निवासी सलमा (23) पुत्री इम्तियाज अली ने 2015 में जीनियस इंटरनेशनल एकेडमी में पढ़ाना शुरू किया था। उस समय सलमा 12 वीं पास थी।
जहां शिक्षण संस्थान के संचालक आफताब अहमद ने कि बीए व बीएड की पढ़ाई भी यहीं से करा दी जाएगी। छात्रा के परिजनों को बताया की पांच साल में 1 लाख 20 हजार रुपये फीस जमा करनी होगी। छात्रा के परिजनों ने एक लाख 10 हजार रुपये तीन बार में जमा कर दिए।
मार्कशीट फर्जी सौंप दी : छात्रा का कहना है की जीनियस इंटरनेशल एकेडमी की तरफ से जो मार्कशीट व ड्रिगी दी गई हैं। उनका कोई भी ऑनलाइन रिकार्ड नहीं मिला। यूनिवर्सिटी से चला की यह तो मार्कशीट फर्जी है। जिसके बाद पीड़िता ने शिक्षण संस्थान के मालिक से कहा। जिसके बाद आरोपी ने धमकी दी कि यदि किसी से कहा या शिकायत की तो जेल और चली जाओगी।
पांच साल में जीवन बर्बाद, आईपीएस बनना था : सलमा ने ब्रहमपुरी थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा की मेरी पांच साल की मेहनत बेकार चली गई। मुझे आईपीएस बनने के लिए कम्पटीशन की तैयारी करनी थी। लेकिन अब मेरी सारी मेहनत बेकार चली गई। पीड़िता ने ब्रहमपुरी पुलिस से मांग की है आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाए और मेरी फीस के पैसे वापस दिलाए जाएं। पुलिस ने जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।