माफियाओं के साथ गठजोड़ और गरीबों,किसानों का हक मारने में सपा बहुत आगे : केशव मौर्य

मुख्य बातें • अखिलेश यादव के "हम बहुत आगे" बयान पर उप मुख्यमंत्री ने कसा तीखा तंज • केशव बोले भ्रष्‍टाचार,कर्मचारियों का पीएफ डकारने और तुष्टिकरण के खेल में अखिलेश बहुत आगे। • डिप्‍टी सीएम का दावा 10 मार्च को सामने आएगी सपा की असलियत • -10 फरवरी को पश्चिम यूपी से जनता शुरू करेगी सपा का माफिया-भ्रष्‍टाचारी गठजोड़ का सफाया - केशव*

माफियाओं के साथ गठजोड़ और गरीबों,किसानों का हक मारने में सपा बहुत आगे :  केशव मौर्य
माफियाओं के साथ गठजोड़ और गरीबों,किसानों का हक मारने में सपा बहुत आगे : केशव मौर्य

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के ‘हम बहुत आगे हैंबयान पर तीखा तंज कसा है। डिप्‍टी सीएम ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि माफियाओं और अपराधियों के साथ कुत्सित गठजोड़ बनाने व किसानों गरीबों का हक मारने और तुष्टिकरण के मामले में निश्चित ही सपा और उसके मुखिया अखिलेश यादव बहुत आगे हैं।

अखिलेश यादव को आड़े लेते हुए उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का पीएफ हड़पने का हुनर अखिलेश और उनके साथियों के पास ही 10 मार्च को चुनावी नतीजे उनका भ्रम दूर कर उनको असल ज़मीन दिखा देंगे। मौर्य ने कहा कि मुकाबले और दौड़ का दावा करने वाले सपा मुखिया को पता होना चाहिये कि सरकार में रहते हुए उनकी प्राथमिकता मे प्रदेश का विकास और गरीबों का हित कभी नहीं रहा। विकास के नाम पर समाजवादी पार्टी सरकार में यादव ने केवल और केवल अपने परिवार का ही विकास किया।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि असलियत यह है कि समाजवादी पार्टी माफियाओं और अपराधियों की वापसी के लिए चुनाव लड़ रही है ताकि सत्‍ता के दम पर गरीबों किसानों के हित मारे जाएं। उनकी जमीनों पर अवैध कब्‍जे कराये जाएं। धर्म विशेष का तुष्टिकरण किया जाए। किसानों के अनाज की कीमत हड़पी जाए। सपा शासनकाल में प्रदेश की कानून व्यवस्था माफियाओं के यहां गिरवी रहती थी। अपराधियों के इशारे पर पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की ट्रांसफर पोस्टिंग होती थी।

मौर्य ने कहा पांच साल तक कुंभकर्ण नींद लेने वाले संकटकाल में भी जनता के बीच नहीं गये। अब उनकी आंखें खुल जानी चाहिए। भाजपा से मुकाबला करने और दौड़ लगाने की फ़ालतू बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के करीने से सफाये का चुनाव साबित होने जा रहा है।

पल्लव शर्मा 
सीनियर पत्रकार