कन्नौज में निकला खजाना: जेसीबी चालक को टीले की खुदाई में मिला था सिक्कों भरा कलश, चार दिन से ढूंढ रही पुलिस

सोमवार को खुदाई के दौरान मिला सिक्कों से भरा कलश लेकर फरार हुआ जेसीबी चालक चार दिन बाद भी पुलिस की पहुंच से दूर है। पुलिस उसे पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है लेकिन वह अभीतक पुलिस के हाथ नहीं लगा है।

कन्नौज में निकला खजाना: जेसीबी चालक को टीले की खुदाई में मिला था सिक्कों भरा कलश, चार दिन से ढूंढ रही पुलिस
कन्नौज में निकला था चांदी के सिक्कों से भरा घड़ा, मौके पर मौजूद ग्रामीण

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में छिबरामऊ के पास जीटी रोड के चौड़ीकरण के लिए सिकंदरपुर इलाके के रायपुर स्थित टीले की खुदाई का काम चल रहा है। सोमवार को खुदाई के दौरान मिला सिक्कों से भरा कलश लेकर फरार हुआ जेसीबी चालक चार दिन बाद भी पुलिस की पहुंच से दूर है। पुलिस उसे पकड़ने के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है लेकिन वह अभीतक पुलिस के हाथ नहीं लगा है। पुलिस उसके रिश्तेदारों से पूछताछ करने में जुटी है। बता दें कि कन्नौज जिले के छिबरामऊ में सोमवार को जीटी रोड के चौड़ीकरण के लिए सिकंदरपुर इलाके के रायपुर स्थित टीले की खुदाई में सिक्कों से भरा कलश निकला था। जेसीबी चालक कलश लेकर भाग गया। टीले के पास ग्रामीणों को कुछ सिक्के मिले हैं। इसकी धातु की पहचान की जा रही है। जीटी रोड के चौड़ीकरण कार्य के दौरान रायपुर गांव में टीले की खुदाई हो रही थी। इस दौरान जेसीबी चालक को कलश मिल गया। ग्रामीणों ने बताया कि कलश सिक्कों से भरा था।

कलश और इसमें सिक्के निकलने की जानकारी पर भीड़ लग गई। ग्रामीणों ने बताया कि टीले से निकले मिट्टी के कलश में पुरातत्व काल के एल्युमिनियम के सिक्के भरे थे। जेसीबी चालक इन्हें सोने और चांदी के समझकर कलश लेकर भाग निकला।

ग्रामीणों को मौके पर कुछ सिक्के मिले। इन्हें उन्होंने उठा लिया। ग्रामीण सिक्के की धातु की पहचान करने का प्रयास कर रहे हैं। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस प्रकरण की जानकारी भारतीय पुरातत्व विभाग को दे दी है। 

अब पुलिस जेसीबी चालक की तलाश कर रही है। इस संबंध में कोतवाल विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। कन्नौज जिले में सोमवार को सिकंदरपुर के रायपुर गांव में टीले की खुदाई के दौरान सिक्के निकलने की सूचना पर तमाम लोग पहुंच गए थे। जिसके बाद टीले के आसपास और चौड़ीकरण के लिए जीटी रोड के किनारे डाली गई मिट्टी को हटाकर सिक्कों की तलाश करते रहे। ग्रामीणों का कहना है कि यह टीला प्राकृतिक धातुओं से भरा हुआ है।