उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में 11,583 कोरोना केस मिले:4 दिन में 75 ने दम तोड़ा, तीसरी लहर में ये सबसे ज्यादा, 6 जनवरी से अब तक 156 मौतें

प्रदेश में 6 जनवरी तक कोरोना से 22 हजार 917 लोगों की मौत हुई थी। 18 दिन बाद यानी 24 जनवरी को इसमें 100 फीसदी का इजाफा हो गया। अब मौतों का आंकड़ा 23 हजार 73 तक पहुंच गया है। अकेले लखनऊ में दस दिनों में 9 मौतें हो चुकी हैं। राजधानी लखनऊ में कोरोना अब तक 2,657 लोगों की जान ले चुका है। प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस लखनऊ में ही हैं।

उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में 11,583 कोरोना केस मिले:4 दिन में 75 ने दम तोड़ा, तीसरी लहर में ये सबसे ज्यादा, 6 जनवरी से अब तक 156 मौतें
यूपी 18 दिन 156 राज्य में कोविड के कारण मौत मरने

यूपी सरकार भले ही कोरोना संक्रमण में गिरावट का दावा कर रही हो, लेकिन मौत के आंकड़े डरावने हैं। यूपी में बीते 4 दिनों में 75 लोगों ने दम तोड़ा है। जबकि 6 जनवरी से लेकर अब तक 156 लोगों की मौत हो चुकी है। बात अगर नए आंकड़ों की करें तो 25 जनवरी को कोरोना के 11,583 नए केस सामने आए हैं, वहीं एक्टिव केस की संख्या 86 हजार 563 हो गई है।

100 फीसदी बढ़ा मौत का आंकड़ा : प्रदेश में 6 जनवरी तक कोरोना से 22 हजार 917 लोगों की मौत हुई थी। 18 दिन बाद यानी 24 जनवरी को इसमें 100 फीसदी का इजाफा हो गया। अब मौतों का आंकड़ा 23 हजार 73 तक पहुंच गया है। अकेले लखनऊ में दस दिनों में 9 मौतें हो चुकी हैं। राजधानी लखनऊ में कोरोना अब तक 2,657 लोगों की जान ले चुका है। प्रदेश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस लखनऊ में ही हैं।

राजधानी में कोविड अस्पताल खाली फिर भी संक्रमितों को भर्ती करने में हीलाहवाली : लखनऊ समेत प्रदेश भर के तमाम अस्पतालों में बनाए गए कोरोना वार्ड के बेड अभी भी बड़ी संख्या में खाली हैं। बावजूद इसके संक्रमित मरीजों को भर्ती कराने में परिजनों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। लखनऊ में ऐसे ही मामला सामने आया। यहां पुराने लखनऊ के चौक इलाके में रहने वाले व्यक्ति गौरव की मां की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उन्हें भर्ती कराने के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ा l  परिजनों का आरोप है कि ICCC यानी कोविड कमांड सेंटर से KGMU में एडमिट कराने के लिए एंबुलेंस भी भेजी गई पर चिकित्सा विश्वविद्यालय में कागजी कार्रवाई के नाम पर भर्ती करने में घंटों लगा दिए गए। वहीं, ACMO डॉ. केडी मिश्रा ने मामले की जानकारी ना होने की बात करते हुए परिजनों से बात करने की बात कही। उन्होंने ये भी दावा किया कि लखनऊ में मरीजों की तादाद बढ़ी है पर अभी भी 80 फीसदी के करीब अस्पतालों के कोरोना वार्ड में बेड खाली हैं।

यूपी 18 दिन 156 राज्य में कोविड के कारण मौत

बिना वैक्सीनेशन कराए पहुंचा टीकाकरण सर्टिफिकेट : इस बीच वैक्सीनेशन में भी तमाम खामियां सामने आई हैं। हालांकि लखनऊ में

वैक्सीनेशन तेजी से हुआ है पर अब इससे जुड़ी शिकायतें भी ज्यादा आ रही है। लखनऊ के मलिहाबाद में कई लोगों के मोबाइल पर वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज लगने का संदेश पहुंचा। ग्रामीणों ने मलिहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर अधिकारियों से शिकायत की है साथ ही IGRS पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई है।

स्थानीय निवासी मोहम्मद सुलेमान के मुताबिक 20 जनवरी को रात करीब 8 बजे उनके मोबाइल फोन पर वैक्सीन की दूसरी डोज लग जाने का मैसेज आया। साथ ही दूसरी डोज लग जाने का कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट भी मिला। जिसे डाउनलोड करने पर उन्हें पता लगा कि दोनों डोज लग गई है। 21 जनवरी को सुलेमान जब सीएचसी पहुंचे तो उनको बताया गया कि उनका टीकाकरण हो चुका है।

ऐसे हालात तब हैं जब एक दिन पहले ही, सात साल पहले मर चुकी महिला को टीका लगाने वाले कर्मचारी के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है। इस कर्मचारी को रविवार को हटा दिया गया। इसके साथ ही बीकेटी की महिला को बिना वैक्सीन लगवाए वैक्सीनेटेड घोषित करने वाले कर्मी को भी हटा दिया गया है।