लखनऊ में बैंक ऑफ इंडिया के अंदर चोरी : बैग काटकर दो युवतियों ने उड़ाए 22 हजार रुपए, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

बैंकों में तैनात सुरक्षाकर्मी और सीसीटीवी सर्विलेंस होने के बावजूद बैंक के अंदर चोरी की घटनाएं बैंकों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करती हैं। जबकि बैंक परिसर के अंदर जमा होने वाले या निकाले जाने वाले पैसों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बैंक की सर्विस का हिस्सा है।

लखनऊ में बैंक ऑफ इंडिया के अंदर चोरी : बैग काटकर दो युवतियों ने उड़ाए 22 हजार रुपए, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
दो लड़कियों ने बैग काटकर उड़ाए 22 हजार रुपये

लखनऊ के मोहनलालगंज में बैंक ऑफ इंडिया के अंदर दो युवतियों ने एक बुजुर्ग का बैग काटकर हजारों की नगदी पार कर दी। बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे में घटना कैद हो गई। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

घटना लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के साउथ जोन के मोहनलालगंज कोतवाली से लगभग आधा किलोमीटर दूर स्थित बैंक ऑफ इंडिया की है। जहां मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के ही विश्राम खेड़ा गांव के निवासी राम खेलावन बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में रुपए निकालने के लिए पहुंचें थे। पीड़ित राम खेलावन ने अपने खाते से 27 हजार रूपए निकाले और 5 हजार रुपए दूसरे खाते में जमा कर दिए। बचे हुए 22 हजार रूपए अपने बैग में रखकर पासबुक प्रिंट कराने लगे। तभी पीड़ित के पीछे खड़ी दोनों युवतियों ने बेहद शातिर तरीके से चंद सेकेंडों में पीड़ित का बैग काटकर 22 हजार रुपए लेकर फरार हो गई।

सीसीटीवी फुटेज से हुई जानकारी : राम खेलावन जब बैंक से बाहर निकलने लगे तो उन्होंने देखा बैग में रखे हुए रुपए गायब है। बैग भी फटा हुआ है। जिसके बाद राम खेलावन ने बैंक स्टाफ और सुरक्षा कर्मियों को जानकारी दी। बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज देखने पर जानकारी हुई की पीड़ित के पीछे खड़ी दो युवतियों द्वारा बेहद शातिर तरीके से घटना को अंजाम दिया गया।

तहरीर पर चोरी की धारा में मुकदमा दर्ज : मोहनलालगंज कोतवाली प्रभारी कुलदीप दुबे ने बताया कि पीड़ित राम खेलावन की तहरीर पर चोरी की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

बैंक कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी नहीं ले रहे सबक : बैंक के अन्दर चोरी की यह कोई पहली घटना नहीं है। बल्कि इससे पहले भी कई बैंकों में ऐसी वारदातों को बेहद शातिर तरीके से अंजाम दिया गया है। बावजूद इसके बैंक कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी सबक लेने को तैयार नहीं हैं। बैंकों में तैनात सुरक्षाकर्मी और सीसीटीवी सर्विलेंस होने के बावजूद बैंक के अंदर चोरी की घटनाएं बैंकों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़ा करती हैं। जबकि बैंक परिसर के अंदर जमा होने वाले या ​निकाले जाने वाले पैसों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बैंक की ​सर्विस का हिस्सा है।