चैतन्य महिला सेवा समिति ने घरों में काम करने वाली वरिष्ठ महिलाओं के सम्मान में आयोजित किया महिला दिवस

कार्यक्रम का आयोजन चैतन्य महिला सेवा समिति की टीम के अध्यक्ष नीता खन्ना द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन और रूपरेखा शिक्षिका एवं समाजसेविका रीना त्रिपाठी ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम में पूर्व पार्षद नेहा सौरभ सिंह की गरिमा में उपस्थिति रही।

चैतन्य महिला सेवा समिति ने घरों में काम करने वाली वरिष्ठ महिलाओं के सम्मान में आयोजित किया महिला दिवस
घरों में काम करने वाली वरिष्ठ महिलाओं के सम्मान

लखनऊ। आज चैतन्य महिला सेवा समिति ने घरों में काम करने वाली वरिष्ठ महिलाओं के सम्मान में आयोजित किया रीना त्रिपाठी ने बताया कि आज महिलाएं समाज में आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर सुदृढ़ हो चुकी हैं छोटे स्तर पर हो या बड़े स्तर पर सभी काम करने वाली महिलाएं जीवन यापन हेतु अपने घर और परिवार के पालन पोषण के साथ-साथ बाहर काम करके दोहरी माप दण्डों को जीती हैं। उन्हें दोहरी मेहनत करनी पड़ती है और समाज में उनका योगदान बहुत ही मूल्यवान होता है।

  घरों में काम करने वाली महिलाएं यदि एक दिन के लिए अपना काम छोड़ देती हैं तो जिनके घर में काम किया जाता है वह सभी तो परेशान होते ही हैं साथ ही मानसिक और आर्थिक रूप से भी देश की अर्थव्यवस्था में काफी फर्क पड़ता है। यदि महिलाओं को आत्म सम्मान और गौरव से जीना है तो उन्हें काम को ईमानदारी से और समाज के हित में करते रहना चाहिए क्योंकि देश की आधी आबादी के लिए यह आवश्यक है कि वह अपना योगदान पुरुषों के साथ मिलकर अर्थव्यवस्था के सुधार हेतु बराबरी का देती रहे। नीता खन्ना ने बताया कि घरों में काम करने वाली 60 वर्ष से ऊपर वरिष्ठ महिलाओं को सम्मानित करने कि उनकी सोच के पीछे मुख्य कारण यह था कि वरिष्ठ महिलाओं में आत्म सम्मान और महिला दिवस की महत्व को बताया जा सके। यदि महिलाएं पढ़ी लिखी होगी तो आर्थिक रूप से परिवार सक्षम होगा तो बच्चों की पढ़ाई लिखाई अच्छी हो सकेगी और पढ़ा लिखा बच्चा ही हमारे देश का भविष्य निर्धारित करेगा। आयोजन में उपस्थित सभी महिलाओं ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया विजेता महिलाओं को साड़ियां देकर सम्मानित किया दिया गया तथा महिला दिवस सभी के लिए महत्वपूर्ण है यह बताया गया। रीना त्रिपाठी ने कहा कि महिलाएं सभी की खुशियों को संजोग कर रखती हैं समाज में महिलाओं का योगदान बिल्कुल उसी प्रकार है जैसे शिव के अंदर पाल रहे मोती का होता है नई प्रत्येक घर के लिए एक ऐसा बंधनवार है जिस घर में भी नारी का सम्मान होता है वहां हमेशा संपन्निता आती है नई संध्या दीप के समान है जिसके आने से खुशियां आती हैं और इसके जाने से घर में अंधेरा छा जाता है नई विभिन्न मंचों पर अपने संयम और संस्कार से देश का परचम लहराती रहे हैं नई में सहनशक्ति की अपार क्षमता होती है नई ही वह शक्ति है जो समाज में व्याप्त सभी बुराइयों से एकजुट होकर लड़ सकती है अतः आज यह आवश्यक है किसमाज के प्रत्येक क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं एकजुट हो और महिला शक्ति के रूप में अपना सकारात्मक योगदान अपने समाज को अपने परिवार को और अपने देश को ऊंचा उठाने में प्रदान करें।

  समिति के अध्यक्ष नीता खन्ना, हिंद नगर की पूर्व पार्षद नेहा सौरभ सिंह, लता लक्षवानी,मीनाक्षी शर्मा, नेहा शर्मा, दिव्या तुलसीयानी, जया श्रीवास्तव, मनीषा खान, अविनाश कौर, गीता श्रीवास्तव ज्योति मनीस, रेखा वर्मा पवनप्रीत ,मीनाक्षी शर्मा, नूतन, उर्मिला ,सरोज ,अनिल कुमारी सहित सभी महिलाओं ने कार्यक्रम में आयोजित अंताक्षरी प्रतियोगिता लोकगीत प्रतियोगिता और नृत्य में प्रतिभा किया और खुशी-खुशी महिला दिवस के आयोजन में प्रतिभाग किया।