इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी की पहल 'ब्रज की रसोई' द्वारा विगत कई वर्षों से हो रहा है निःशुल्क भोजन वितरण

लखनऊ - इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी की 'ब्रज की रसोई' पहल पिछले कई वर्षों से गरीब और निराश्रित लोगों को नि:शुल्क और पौष्टिक भोजन उपलब्ध करा रही है। यह पहल आशियाना क्षेत्र की झुग्गियों में हर रविवार को सैकड़ों जरूरतमंद परिवारों तक भोजन पहुंचाती है। संस्था के सदस्यों का मानना है कि समाज का हर व्यक्ति इस नेक कार्य में योगदान देकर भूख से पीड़ित बच्चों और बुजुर्गों की मदद कर सकता है। हाल ही में हुए एक कार्यक्रम में लगभग 860 लोगों को भोजन वितरित किया गया।

इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी की पहल 'ब्रज की रसोई' द्वारा विगत कई वर्षों से हो रहा है निःशुल्क भोजन वितरण
ब्रज की रसोई का पोस्टिक भोजन वितरण

लखनऊ। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा शुरू की गई 'ब्रज की रसोई' पहल पिछले कई वर्षों से समाज के हाशिए पर खड़े लोगों की मदद करने में अहम भूमिका निभा रही है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य समाज के अकिंचन, निराश्रित, असहाय, मजबूर, और बिक्षिप्त बच्चों व बुजुर्गों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराना है। संस्था की इस मानवीय पहल ने न केवल इन जरूरतमंदों को पोषक भोजन मुहैया कराया है, बल्कि समाज के प्रत्येक वर्ग से इस नेक कार्य में अधिक से अधिक जुड़ने की अपील भी की है।

संस्था के सदस्य आशीष श्रीवास्तव का मानना है कि समाज में मौजूद हर व्यक्ति इस पुनीत कार्य का हिस्सा बन सकता है। संस्था के सदस्य का कहना है कि आपके छोटे से सहयोग से हम सभी मिलकर उन बच्चों, बुजुर्गों और बेघर लोगों तक भोजन पहुंचा सकते हैं, जो भूख से पीड़ित हैं।

संस्था के वरिष्ठ सदस्य पंकज राय ने कहा यह अपील समाज के हर तबके से की जा रही है कि वे इस बदलाव की लहर में शामिल होकर ज़रूरतमंदों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का हिस्सा बनें।

संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा का मानना है कि जरूरतमंदों को भोजन देना सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। उनके अनुसार, जब कोई व्यक्ति किसी भूखे को भोजन देता है, तो वह न केवल उसकी भूख मिटाता है, बल्कि उसके जीवन में एक नई आशा भी जगाता है। इसी विचारधारा को आत्मसात करते हुए,

'ब्रज की रसोई' ने समाज में एक आदर्श उदाहरण पेश किया है। यह पहल रविवार को आशियाना क्षेत्र की झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले गरीब परिवारों के बीच पोषण से भरपूर भोजन वितरित करती है।

रसोई के सदस्य नवनीत वर्मा ने बताया ब्रज की रसोई यह सुनिश्चित करती है कि वितरित किया जाने वाला भोजन केवल पेट भरने के लिए न हो, बल्कि पोषण से भी भरपूर हो। इसमें विशेष ध्यान दिया जाता है कि बच्चों और बुजुर्गों को पौष्टिक आहार मिले, जिससे उनकी सेहत में सुधार हो और वे स्वस्थ जीवन जी सकें।

संस्था के सदस्य संजय सिंह ने बताया हमारे कार्यकर्ता प्रत्येक रविवार को आशियाना की झुग्गियों में जाकर सैकड़ों परिवारों तक इस भोजन को पहुंचाते हैं।

सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप वर्मा ने कहा अगर आप भी इस महान कार्य में अपना योगदान देना चाहते हैं, तो इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी ने कई विकल्प प्रदान किए हैं। आप आर्थिक सहयोग कर सकते हैं या फिर स्वयंसेवक के रूप में भोजन वितरण में भाग ले सकते हैं। किसी भी तरह का योगदान, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, इन जरूरतमंदों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है।

देवांश रस्तोगी ने बताया कि भोजन का वितरण रतन खण्ड पानी टंकी के पास की झुग्गियों और निर्माणाधीन विद्यालय के मजदूरों और उनके परिवारों व जोन 8 के सामने जुग्गी झोपड़ियो में किया गया, जिसमें लगभग 860 लोगों को भोजन वितरित किया गया।

इस कार्यक्रम में शामिल पंकज राय, देवांश रस्तोगी, संजय सिंह, आशीष श्रीवास्तव, दिलीप वर्मा, नवनीत वर्मा, सहित सभी समाजसेवियों का विपिन शर्मा ने आभार व्यक्त किया।