जौनपुर में सर्राफ कारोबारियों के यहां चल रही IT Raid हुई खत्म, 50 करोड़ से अधिक की मिली संपत्ति

अधिकारियों के मुताबिक, मैरिज लॉन में असीमित रुपए निवेश किया गया है। इसके अतिरिक्त घर में ज्यादा मात्रा में आभूषण प्राप्त हुए हैं। इस दौरान टीम को 50 करोड़ से अधिक की आय से अधिक संपत्ति का पता चला। इस दौरान कुछ दस्तावेज मिले, जिसपर टीम को संदेह हुआ है।

जौनपुर में सर्राफ कारोबारियों के यहां चल रही IT Raid हुई खत्म, 50 करोड़ से अधिक की मिली संपत्ति
आयकर विभाग

जौनपुर : कीर्ति कुंज ग्रुप आफ कंपनीज और गहना कोठी ज्वेलर्स के ठिकानों पर पिछले तीन दिन से इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी जारी थी, जो बुधवार की रात खत्म हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों सर्राफ कारोबारियों के छह प्रतिष्ठानों से मिले कागजात, नकदी और अन्य स्टॉक में कुल 50 करोड़ रुपए की आय से अधिक संपत्ति का पता चला है। इसके अलावा बड़ी संख्या में गहने भी मिले हैं। तो वहीं, इसका पूरा आकलन करने में अभी दो से तीन दिन का समय लगेगा।

इनकम टैक्स विभाग की टीम ने दोनों सर्राफ कारोबारियों के सभी ठिकानों पर पुलिसबल के साथ छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान आईटी टीम को पता चला कि सबसे अधिक संपत्ति फर्म मालिकों ने जमीन, कंस्ट्रक्टशन और मैरिज लॉन में किया है जिसका कोई रिकार्ड नहीं है। अधिकारियों के मुताबिक, मैरिज लॉन में असीमित रुपए निवेश किया गया है। इसके अतिरिक्त घर में ज्यादा मात्रा में आभूषण प्राप्त हुए हैं। इस दौरान टीम को 50 करोड़ से अधिक की आय से अधिक संपत्ति का पता चला। इस दौरान कुछ दस्तावेज मिले, जिसपर टीम को संदेह हुआ है।

इनकम टैक्स विभाग की टीम वो दस्तावेज अपने साथ ले गई है। आयकर की टीम अभी 2 से 3 दिन का वक्त आकलन में और ले सकती है। दस्तावेज के आधार पर यह मिलान हो रहा है कि किस फ़र्म से कितनी संपत्ति अर्जित की गई है। आयकर की टीम की वजह से अधिकांश इलाके के ज्वेलर्स और छोटे कारोबारियों की दुकानें बंद रहीं। जौनपुर में आई टीम की छापेमारी की कार्रवाई आयकर निदेशक राजेश सिंह के नेतृत्व में पूरी की गई।

इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी रही। रास्ते से होकर गुजरने वाला हर व्यक्ति फर्म के बाद आयकर विभाग की गाड़ियां और पुलिस बल देख कर रुक जाता। 2 दिन से अधिक चलने वाली छापेमारी पूरे जिले में चर्चा का विषय है। स्थानीय लोग इसे अलग अलग तरह से देख रहे हैं। चुनाव नजदीक होने के कारण इसे दल से भी जोड़ कर देखा जा रहा है।