मेरठ जेल में कभी भी हो सकता बवाल : जाली के बाहर मुलाकात के लिए वसूले जा रहे तीन सौ रुपये, कैंटीन बिक्री बढ़ाने के लिए देर से बन्दियों को परोसा जाता भोजन

सूत्रों का कहना है कि जाली के बाहर से मुलाकात कराने के लिए तीन सौ रुपये प्रति बन्दी वसूल किया जा रहा है। इसके अलावा पहली शिफ्ट में मुलाकात कर चुके आगंतुक को यदि दूसरी शिफ्ट में भी मुलाकात करनी होती है तो उसके लिए उसको पांच सौ रुपये देने पड़ते है। इस वसूली को लेकर बन्दियों के साथ बन्दियों के परिजनों में भी आक्रोश व्याप्त है।

मेरठ जेल में कभी भी हो सकता बवाल : जाली के बाहर मुलाकात के लिए वसूले जा रहे तीन सौ रुपये, कैंटीन बिक्री बढ़ाने के लिए देर से बन्दियों को परोसा जाता भोजन
मंडलीय जेल में नहीं थम रहा अराजकता का माहौल

लखनऊ। मेरठ मंडलीय कारागार में अराजकता का दौर थमने का नाम नही ले रहा है। जेल में कैंटीन की बिक्री को बढ़ाने के लिए बन्दियों को देर से भोजन वितरण के साथ अब बन्दियों की खुली मुलाकात कराने के लिए जमकर वसूली की जा रही है। यही नही वसूली के लिए बन्दियों से मारपीट तक की जाती है। इससे बन्दियों में जेल प्रशासन पर खासा आक्रोश व्याप्त है। इस जेल में कभी भी बवाल हो सकता है।

मंडलीय जेल में नहीं थम रहा अराजकता का माहौल : मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना कॉल की आड़ में जेल में बन्दियों की मुलाकात जाली वाले मुलाकात घर मे  कराई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि जाली के बाहर से मुलाकात कराने के लिए तीन सौ रुपये प्रति बन्दी वसूल किया जा रहा है। इसके अलावा पहली शिफ्ट में मुलाकात कर चुके आगंतुक को यदि दूसरी शिफ्ट में  भी मुलाकात करनी होती है तो उसके लिए उसको पांच सौ रुपये देने पड़ते है। इस वसूली को लेकर बन्दियों के साथ बन्दियों के परिजनों में भी आक्रोश व्याप्त है।

मालूम हो कि बीते दिनों शासन में सेटिंग-गेटिंग कर शाहजहांपुर जेल में तैनात अधीक्षक राकेश वर्मा ने वरिष्ठ अधीक्षक के तैनाती वाली मंडलीय कारागार में करा ली। शासन ने जेल मुख्यालय में अटैच वरिष्ठ अधीक्षक अम्बरीष गौड़, राधा कृष्ण मिश्र व संतलाल को तैनात करने के बजाए अधीक्षक की तैनाती कर दी। बताया गया है कि वरिष्ठ अधीक्षक के पद वाली मेरठ जेल पर तैनात किए गए अधीक्षक राकेश वर्मा जिस जेल पर तैनात रहे वहां बवाल हो चुका है। मथुरा जेल में गोलीकांड, फतेहगढ़ जेल में पत्थरबाजी व बवाल के साथ शाहजहांपुर में आसाराम बापू का कार्यक्रम कराकर उन्होंने जमकर सुर्खियां बटोरीं। मेरठ जेल में अवैध वसूली व बवाल की आंशका को लेकर जेल सुरक्षाकर्मियो में तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे है। चर्चा है कि अवैध वसूली पर अंकुश नही लगा तो जेल में कभी भी बवाल हो सकता है। उधर जेल मुख्यालय के अधिकारी कहते है शिकायतों की जांच कराई जा रही है। दोषियों को बख्शा नही जाएगा।

डीजी जेल ने लगाई मेरठ जेल अधीक्षक को फटकार

लखनऊ। मेरठ जेल में व्याप्त अनियमिताओं को शासन ने गंभीरता से लिया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने मेरठ जेल में हो रही अनियमिताओं व अवैध वसूली की शिकायतों की जांच कराए जाने का आदेश दिया है। सूत्रों का कहना है एसीएस होम के जांच के आदेश के बाद डीजी पुलिस/आईजी जेल आनंद कुमार ने प्रदेश जेल अधिकारियों के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान अनियमिताएं बरते जाने के लिए मेरठ व आगरा जेल अधीक्षक को फटकार लगाते हुए व्यवस्थाओ में सुधार लाये जाने की हिदायत दी है।

राकेश यादव
स्वतंत्र पत्रकार
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