Uttarakhand Government : जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का नाम अब होगा रामगंगा नेशनल पार्क, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने दिए निर्देश
1936 में स्थापना के समय इस पार्क का नाम हेली नेशनल पार्क रखा गया था l संयुक्त प्रांत के गवर्नर मैल्कम हेली के नाम पर इस पार्क को यह नाम दिया गया था l स्वतंत्रता मिलने के बाद इस पार्क का नाम रामगंगा नेशनल पार्क रख दिया गया था.
देश सहित दुनिया के सबसे फेमस नेशनल पार्कों में से एक कॉर्बेट टाइगर का नाम जल्द ही बदलकर रामगंगा नेशनल पार्क करने की तैयारी की जा रही है l दरअसल 3 अक्टूबर को केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क का दौरा किया था l इस दौरान उन्होंने कहा कि उद्यान का नाम बदलकर रामगंगा राष्ट्रीय उद्यान किया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री ने कॉर्बेट पार्क के भ्रमण के दौरान न सिर्फ अधिकारियों से इस संबंध में बात की बल्कि धनगढ़ी स्थित म्यूजियम में रखे विजिटर बुक में भी उनके संदेश में पार्क नाम उन्होंने रामगंगा नेशनल पार्क ही लिखा है l केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत बाघों के संरक्षण को लेकर निकाली गई रैली के समापन के मौके पर यहां पहुंचे थे.
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जल्द ही बदला जाएगा नेशनल पार्क का नाम : कार्यक्रम के समापन के बाद वह धनगढ़ी स्थित म्यूजियम पहुंचे l उन्होंने यहां कॉर्बेट पार्क के बारे में विस्तार से जानकारी ली. बाद में सभी अधिकारियों के समक्ष कॉर्बेट पार्क का नाम बदलकर रामगंगा नेशनल पार्क रखने की बात कही l अब माना जा रहा है कि जल्द ही सरकार कॉर्बेट नेशनल पार्क का नाम बदलकर रामगंगा नेशनल पार्क करेगी.
पार्क का पहले नाम रामगंगा नेशनल पार्क ही था : 1936 में स्थापना के समय इस पार्क का नाम हेली नेशनल पार्क रखा गया था l संयुक्त प्रांत के गवर्नर मैल्कम हेली के नाम पर इस पार्क को यह नाम दिया गया था l स्वतंत्रता मिलने के बाद इस पार्क का नाम रामगंगा नेशनल पार्क रख दिया गया था l फिर प्रसिद्ध शिकारी रहे जिम कॉर्बेट की मौत के दो साल बाद 1957 में इसका नाम जिम कार्बेट नेशनल पार्क कर दिया गया था.
बता दें कि उत्तराखंड के नैनीताल और पौड़ी जिले के बीच कॉर्बेट पार्क फैला हुआ है l कॉर्बेट पार्क के प्रमुख वन्यजीवों में बंगाल टाइगर, एशियाई हाथी, तेंदुए, जंगली सूअर, स्लोथ बीयर, सियार, नेवला और मगरमच्छ आदि हैं