देहरादून: किराएदार और मकान मालिक ध्यान दें, वेरिफिकेशन करा लें….वरना लगेगा जुर्माना

देहरादून के मकान मालिक जितना जल्दी संभव हो, अपने किरायेदारों का वेरिफिकेशन करा लें। ऐसा नहीं किया तो आपको जुर्माना भरना पड़ेगा, साथ ही कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।

देहरादून: किराएदार और मकान मालिक ध्यान दें, वेरिफिकेशन करा लें….वरना लगेगा जुर्माना
जितना जल्दी संभव हो अपने किरायेदारों का वेरिफिकेशन करा लें

अगर आप देहरादून में रहते हैं और मकान के मालिक हैं, तो ये खबर ध्यान से पढ़ें। घर पर रह रहे किरायेदारों के वेरिफिकेशन में कोताही न बरतें। ‘चलता है’ वाला एटीट्यूड कतई नहीं चलेगा। अगर कोई किरायेदार बिना वेरिफिकेशन के रहते मिला, तो मकान मालिक से जुर्माना वसूला जाएगा।

देहरादून पुलिस राजधानी में बढ़ते अपराधों को रोकने के लिए अभियान चला रही है। इसके तहत सबसे पहले शहर के अलग-अलग इलाकों में किराये पर रहने वालों का सत्यापन किया जा रहा है। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने पाया कि बड़ी संख्या में मकान मालिक अपने यहां रहने वाले किरायेदारों का सत्यापन नहीं कराते हैं।

पुलिस ने आज ऐसे 82 मकान मालिकों के ऊपर 8 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। पुलिस के नेतृत्व में आज कोतवाली इलाके में वेरिफिकेशन अभियान चलाया गया। इसके तहत 552 मकान मालिकों की जांच की गई। कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने थाना इलाके में सत्यापन अभियान के लिए 7 टीमें उतारी थीं।

टीमों को किरायेदारों का सत्यापन न कराने वाले मकान मालिकों के खिलाफ पुलिस अधिनियम के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। अभियान के तहत इन टीमों ने चौकी मनु गंज, लुनिया मोहल्ला, अंसारी मार्ग, चाट वाली गली आदि जगहों पर जांच की। इस दौरान 552 मकानों में जांच की गई। जहां 82 मकान मालिक ऐसे मिले, जिन्होंने अपने मकान में रहने वाले किरायेदारों का सत्यापन नहीं कराया था।

इन सभी से 8 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। कोतवाली प्रभारी रितेश शाह का कहना है कि आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। राजधानी देहरादून में चोरी और लूटपाट जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए पुलिस ने अब सख्ती करने का फैसला किया है। अपराध के खिलाफ अभियान की शुरुआत किरायेदारों के वेरिफिकेशन से की गई है। हमारी आपसे अपील है कि जितना जल्दी संभव हो अपने किरायेदारों का वेरिफिकेशन करा लें। ऐसा नहीं किया तो आपको जुर्माना भरना पड़ेगा, साथ ही कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है।