स्लो सर्वर से जीएसटी रिटर्न भरने में दिक्कत : यूपी में 16 लाख कारोबारियों के लिए बढ़ी परेशानी, कारोबारियों ने कहा कि हर मीटिंग में इसको लेकर सवाल उठा रहे हम

व्यापारियों को रिटर्न नहीं भरने पर मेल से नोटिस भी आ रहा है। लेकिन विभागीय गलतियों पर कोई ध्यान नहीं जा रहा है। व्यापार मंडल की दलील थी कि सर्वर की समस्या है। जीएसटी के चार साल बाद भी पोर्टल सही से काम करना शुरू नहीं कर पाया है।

स्लो सर्वर से जीएसटी रिटर्न भरने में दिक्कत : यूपी में 16 लाख कारोबारियों के लिए बढ़ी परेशानी, कारोबारियों ने कहा कि हर मीटिंग में इसको लेकर सवाल उठा रहे हम
जीएसटी सर्वर स्लो चलने से परेशान हैं कारोबारी।

जीएसटी पोर्टल के सर्वर की समस्या फिर से आने लगी है। पिछले एक सप्ताह से जीएसटी पोर्टल पर व्यापारी और जीएसटी विशेषज्ञ ठीक से काम नहीं कर पा रहे है। लखनऊ व्यापार संगठनों का कहना है कि इसको लेकर वह लोग कई बार शिकायत दर्ज करा चुके हैं। उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। लखनऊ लोहा व्यापार मंडल के विशाल अग्रवाल बताया कि 11 नवंबर को जीएसटीआर वन रिटर्न फाइल करने की लास्ट तारीख थी लेकिन पूरे दिन हम लोग परेशान रहे।

उन्होंने बताया कि यह स्थिति आए दिन रहती है। बताया जा रहा है कि व्यापारियों को रिटर्न नहीं भरने पर मेल से नोटिस भी आ रहा है। लेकिन विभागीय गलतियों पर कोई ध्यान नहीं जा रहा है। व्यापार मंडल की दलील थी कि सर्वर की समस्या है। जीएसटी के चार साल बाद भी पोर्टल सही से काम करना शुरू नहीं कर पाया है। सर्वर और कागजों के अभाव में व्यापारी अपना रिटर्न नहीं भर पा रहे है। लिहाजा उनको खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्रा का कहना है कि अभी कुछ दिन पहले वाणिज्य कर अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई थी। उसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं निकल पा रहा है।

अधिकारी कहते हम लखनऊ से कुछ नहीं कर सकते :  गुईंन रोड कारोबारी जितेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी बताते हैं कि इसको लेकर लखनऊ से कुछ नहीं किया जा सकता है। पोर्टल में कोई खराबी आती है तो उसके लिए दिल्ली में जीएसटी से जुड़े अधिकारी सही इसे सही कर सकते है। लखनऊ में एक लाख से ज्यादा पंजीकृत व्यापारी है वहीं प्रदेश में यह संख्या 16 से ज्यादा है। इसमें से करीब तीस से चालीस फीसदी लोगों को हमेशा परेशानी रहती है।