लोकसभा उपचुनाव को लेकर हाई अलर्ट : आजमगढ़ और रामपुर में CAPF के 14 हजार जवान संभालेंगे मोर्चा

CAPF के जवान उपचुनाव तक रोजाना रूट मार्च और लॉ एंड ऑर्डर संबंधी अन्य कामों में जिला पुलिस और पीएसी का सहयोग करेंगे

लोकसभा उपचुनाव को लेकर हाई अलर्ट : आजमगढ़ और रामपुर में CAPF के 14 हजार जवान संभालेंगे मोर्चा
यूपी में लोकसभा उपचुनाव को लेकर हाई अलर्ट

आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा सीट पर 23 जून को उपचुनाव होना है। कानपुर हिंसा को देखते हुए राज्य से लेकर केंद्र सरकार अलर्ट है। आजमगढ़ और रामपुर में CAPF यानी सेंट्रल ऑर्म्ड पुलिस फोर्सेज के जवान पहुंचना शुरू हो गए हैं। आजमगढ़ में CAPF की 68 कंपनी यानी 6800 जवान और रामपुर में 72 कंपनी यानी 7200 जवान उपचुनाव में सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। जिला पुलिस और पीएसी के जवान भी तैनात होंगे।

पहले चुनाव से तीन दिन पहले आती थी फोर्स : पुलिस अफसरों ने बताया कि आमतौर पर चुनावों में पहले ऐसा नहीं होता था। पहले चुनाव के समय CRPF, CISF, SSB और ITBP जैसे केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों की दो-तीन कंपनियां ही दो हफ्ते पहले आती थीं। बाकी फोर्स चुनाव के तीन दिन पहले आती थी। इस बार पहली बार ऐसा हो रहा है कि दो हफ्ते पहले ही केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के लगभग 14 हजार जवानों को दोनों लोकसभा के लिए रवाना कर दिया गया है।

एक-एक बूथ पर तैनात होंगे जवान : मार्च-2022 में हुए विधानसभा चुनाव में आजमगढ़ की सभी 10 सीटों पर सपा गठबंधन ने क्लीन स्वीप किया था। वहीं, रामपुर की 5 सीटों में से 3 पर सपा ने जीत दर्ज की थी। जानकारों का कहना है कि दोनों ही लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा चुनाव में मिली सफलता से सपा उत्साहित है। दावा भाजपा की ओर से भी कमजोर नहीं है। प्रदेश सरकार लोकसभा उपचुनाव के दौरान दोनों ही जिले में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। इसलिए प्रदेश सरकार के अनुरोध पर उपचुनाव के लिए CAPF के 14 हजार जवानों को दो हफ्ते पहले ही दोनों जिलों में भेजने का निर्णय लिया गया है।

केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के यह जवान मतदान के दौरान एक-एक बूथ पर तैनात रहेंगे। इसके अलावा रोजाना रूट मार्च और लॉ एंड ऑर्डर संबंधी अन्य कामों में सहयोग लिया जाएगा। उपचुनाव के दौरान गड़बड़ी का प्रयास करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे।