सभी सरकारी बैंक आज और कल बंद रहेंगे : 50 हजार से ज्यादा कर्मचारी इस हड़ताल में होंगे शामिल , 7000 से ज्यादा शाखाएं बंद रहेगी

बैंक कर्मचारी यूनियन के नेता अनिल तिवारी का कहना है कि सरकार बड़ी तेजी से बिलों को संसद में लाती है और उसे बिना किसी चर्चा के पास कर दिया जाता है। इसका खामियाजा आम जनता को भी भुगतना पड़ता है।

सभी सरकारी बैंक आज और कल बंद रहेंगे : 50 हजार से ज्यादा कर्मचारी इस हड़ताल में होंगे शामिल , 7000 से ज्यादा शाखाएं बंद रहेगी
सभी सरकारी बैंक आज और कल बंद रहेंगे : 7000 से ज्यादा बैंक और करीब 50 हजार से कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होंगे।

लखनऊ : बैंक ला एमेंडमेंट बिल के विरोध गुरुवार को पूरे देश में बैंक बंद रहे। इस दौराल उप्र में भी इसका व्यापक असर दिखने को मिला। इस दौरान करीब 7000 से ज्यादा बैंक और करीब 50 हजार से कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होंगे। इस दौरान दो दिन में 40 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन - देन प्रभावित होने का अनुमान है। अकेले लखनऊ में करीब 8 हजार कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे। इस दौरान 700 से ज्यादा शाखाएं बंद रहेंगी।

निजीकरण को बढ़ावा देना चाहती सरकार : बैंक यूनियनों का कहना है कि यह बहुत बड़ा खेल है। इसके माध्यम से निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को बर्बाद किया जाएगा। ऐसे में किसी भी स्थिति में इसको स्वीकार नहीं किया जाएगा। बैंक कर्मचारी यूनियन के नेता अनिल तिवारी का कहना है कि सरकार बड़ी तेजी से बिलों को संसद में लाती है और उसे बिना किसी चर्चा के पास कर दिया जाता है। इसका खामियाजा आम जनता को भी भुगतना पड़ता है।

दो बैंकों के निजीकरण का किया था ऐलान : दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार बजट पेश करने के दौरान 2 बैंकों के निजीकरण का ऐलान किया था। बताया जा रहा है कि सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इसके साथ ही संसद के शीत कालीन सत्र में बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक लाने की तैयारी की जा रही है। इसका विरोध बैंक कर्मचारियों के साथ देश की ज्यादातर ट्रेड यूनियनें कर रही हैं।