उत्तर प्रदेश : फर्जी IPS बनकर ज्वेलरी शॉप में करता था ठगी, यूपी STF ने आरोपी को गिरफ्तार कर 3 करोड़ किए बरामद

ये मामला राजधानी लखनऊ के अलीगंज थाना क्षेत्र के सेक्टर-पी के पास का है l इस मामले में फर्जी IPS को यूपी STF ने गिरफ्तार किया है l वहीं, आरोपी के पास से 5.743 किलो ग्राम सोना बरामद हुआ है.

उत्तर प्रदेश : फर्जी IPS बनकर ज्वेलरी शॉप में करता था ठगी, यूपी STF ने आरोपी को गिरफ्तार कर 3 करोड़ किए बरामद
फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर ठगी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जिले में फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर ठगी करने का मामला सामने आया है l जहां यूपी पुलिस की स्पेशल टॉस्क फोर्स की टीम ने एक ठग को अलीगंज से गिरफ्तार किया है l टीम द्वारा आरोपी राजीव सिंह खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर ज्वेलरी शॉप पर जाकर ठगी करता था l एसटीएफ की टीम ने बीते शुक्रवार को इस फर्जी आईपीएस को गिरफ्तार कर लिया है l इसने मोहन श्याम कल्याण दास ज्वेलर्स से आभूषणों की ठगी की थी l इसके पास से 5.743 किलोग्राम ज्वैलरी बरामद हुई l इसकी कीमत लगभग 3 करोड़ रुपए बताई जा रही है l इस मामले में महानगर कोतवाली पुलिस अब आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है.

दरअसल, ये मामला राजधानी लखनऊ के राजधानी लखनऊ के अलीगंज थाना क्षेत्र के सेक्टर-पी के पास का है l एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक शुक्रवार की शाम आरोपी राजीव सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया l एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि अलीगंज थाना क्षेत्र के सेक्टर-पी, डी-62 के रहने वाले राजीव सिंह ने महाराष्ट्र कैडर का आईपीएस अधिकारी बनकर मोहन श्याम कल्‍याण दास ज्वेलर्स से करोड़ों रुपए के आभूषणों की ठगी की थी l एसटीएफ ने आरोपी के पास से 96 स्वर्ण आभूषण जिनका वजन 5.743 किलोग्राम (गले का हार, माला, कड़े, कंगन, सोने की चूड़ियां, अंगूठियां, झुमकी, झाले, मटरमाला, चेन), 2500 रुपए कैश, 2 मोबाइल फोन और एक पहचान पत्र (डीसीपी क्राइम ब्रांच मुम्बई महाराष्ट्र) की बरामद हुई.

आरोपी के पिता पुलिस विभाग में थे : अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ विशाल विक्रम सिंह के मुताबिक साल 2003 से राजीव सिंह की मां अपनी सहेली के साथ महानगर स्थित गोल मार्केट में मोहन श्याम कल्याण दास ज्वेलर्स पर स्वर्ण आभूषण खरीदने जाया करती थी l धीरे-धीरे इन लोगों का आपस में अच्छे संबंध हो गए l इसके बाद साल 2005 में यह भी मोहन श्याम कल्याण दास ज्वेलर्स की दुकान पर आने जाने लगा l राजीव सिंह के पिता पुलिस विभाग में कार्यरत थे और सीतापुर से साल 2014 में रिटायर हुए थे.

IPS अधिकारी बनकर ज्वेलर्स की दुकान से की ठगी : बीते कुछ समय बाद राजीव सिंह खुद को महाराष्ट्र कैडर का आईपीएस अधिकारी बताने लगा l इस कारण मोहन श्याम कल्याण ज्वेलर्स के मालिक नितेश रस्तोगी से इसके भी अच्छे संबंध हो गए l आरोपी ने साल 2020 के जुलाई महीने में 67 लाख रुपए और दिसंबर महीने में 1.95 करोड़ रुपए के स्वर्ण आभूषण खरीदे. इसके एवज में मोहन श्याम कल्याण दास ज्वेलर्स को दिसंबर 2020 में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के अलग-अलग धनराशि के पोस्ट डेटेड चेक 3 करोड़ 17 लाख रुपए के दिए थे l पुलिस के मुताबिक, आरोपी राजीव सिंह, कल्याण ज्वेलर्स के मालिक नितेश रस्तोगी को कोई न कोई बहाना बताकर बैंक में भुगतान के लिए चेक लगाने के लिए मना कर रहा था. इस वजह से सभी चेक आउटडेटेड हो गए l नितेश रस्तोगी ने कई बार फोन कर बात करने का प्रयास किया तो आरोपी कोई ना कोई बहाना बना देता था.

पुलिस ने मामला किया दर्ज : इस मामले में पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आरोपी राजीव सिंह ने आईपीएस अधिकारी होने का रौब दिखाकर ज्वैलरी वापस करने और पैसे देने से मना कर दिया l इसके बाद से ही नितेश रस्तोगी ने राजीव सिंह के खिलाफ महानगर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया था.